रवि शंकर दुबे
आज आज़म खान ने तीन तलाक के मुद्दे पर भाजपा की जमकर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि कुछ और भी समस्याएं हैं मुस्लिम महिलाओं की उनके बारे में भी पीएम थोड़ा सा बयान दें गौरक्षक जिन घरों को बर्बाद कर रहे हैं उनमें जो मांऐं अपनी औलादें खो हो रही हैं जो बीवियां अपने शौहर को रही हैं उन मां बहनों से भी तो वही हमदर्दी करें….
उन्होंने कहा गुजरात में जिन खानदानों को फना कर दिया आज भी वह बर्बाद खानदान भीख का प्याला लिए फिर रहे हैं कुछ उन बहन बेटियों के बारे में भी सोचे… जिनके सिंदूर उजड़े हैं जिनके घर बर्बाद हुए हैं.. जिनकी बेटियां जवान हो गई हैं, जिनकी शादियां ही नहीं हो रही हैं तो तलाक कहां से होगा…. कुछ उन मुसलमान बेटियों के बारे में भी सोचे.. या बस गैर मुस्लिम बच्चियों को बुर्का उढाकर टेलीविजन पर लाकर मुसलमान और इस्लाम को गाली दिलवाना है… यह कहां का,, कहां का चरित्र है…
हमारे एक सवाल कि मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि 9:00 से 11:00 बजे तक अधिकारी कार्यालय में बैठेंगे…के जवाब में उन्होंने कहा कि बिल्कुल ठीक है 7:00 बजे से रात के 12:00 बजे तक बैठना चाहिए कायदे से… अभी कम समय है.. जितना CM साहब काम करते हैं उतना ही अधिकारियों को करना चाहिए.. जितना समय CM देते हैं कार्यालय को उतना ही अधिकारियों को देना चाहिए.. कर्मचारियों को देना चाहिए.. सबको.. ये बहुत बुरी बात है कि प्रदेश का मुखिया 18 घंटे काम करें 20 घंटे काम करें और अफसरान और कर्मचारी सरकारी खजाने से मौज मनाएं..