दिग्विजय सिंह के साथ अमित कश्यप की रिपोर्ट
जब बी.जे.पी विपक्ष की पार्टी हुआ करती थी तब पकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात किया करती थी क्या सत्ता में आने के बाद मोदी जी ये बात भूलते जा रहे है या फिर 2019की राजनीति कर रहे है।तभी तो आज पकिस्तान इस हद तक आ गया है
की एक निर्दोष हिंदुस्तानी को फांसी देने जा रहा है।और मोदी सरकार कुछ नही कर पा रही है।ऐसा देश जिसका एक भी वकील कुलभूषण यादव का केस लड़ने को तैयार नही।क्या चाहता है पकिस्तान कभी सैनिक का सर कलम कर देता है कभी मुशर्रफ साहब हिन्दुस्तानियोंको डरपोक कह देते है।और हम चुपचाप उनकी भाषा रूपी गोली झेलते रहते है ।कुछ दिन तो विरोध करते है फिर शांत बैठ जाते है।कब तक हमारे जवान पत्थर खाते रहेंगे अब तो हद हो गयी पत्थर के साथ थप्पड़ और लात घूसे भी चल रहे है।कानपुर के वकीलों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया कचहरी का काम काज बंद कर कुलभूषण की फांसी रोकने की मांग कर रहे है या फिर आरपार की लड़ाई की मांग कर रहे है।वकीलों के कहने अनुसार बार बार मरने से अच्छा एक बार मरना या फिर दुश्मन के दांत खट्ठे कर उसे सबक सिखा देना चाहिये।अब बात बर्दाश्त से बाहर हो गयी है।अगर अब कुछ नही किया गया तो हिन्दुस्तान की कोई भी माँ अपने लाल को सैनिक नही बनने देगी।