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भैसासुर घाट पर 15 वर्षीय बालक की डूबने से मौत

शबाब ख़ान
वाराणसी: आदमपुर थानाक्षेत्र में आने वाले भैसासुर घाट पर अभी हफ्ताभर पहले सुर गंगा संगीत महोत्सव के मौके पर जहॉ सुर और संगीत के बीच हँसी-खुशी का माहौल था, वही आज सुबह मातम में बदल गया। आज रविवार को सुबह-सुबह कोनिया क्षेत्र में रहने वाला 15 वर्षीय शिवम चौबे अपने दोस्तों के साथ 7:00 बजे भैसासुर घाट पर नहाने आया। इस घाट पर अमूमन ज्यादा भीड़भाड़ नही रहती, सो रोक-टोक करने वाला भी कोई नही था, वरना अनेक घाट पर मौजूद बड़े-बुजुर्ग छोटे बच्चों को पानी में जाता देख खतरे की हिदायत जरूर दे देते हैं कि 10 सीढ़ी के आगे पानी में लंबी घास है, पैर फँस जाएगा तो ऊपर नही आ पाओगे। या पॉच सीढ़ी के बाद गहराई ज्यादा है।

यह सब हिदायते नये-नवेले तैराको या बच्चों के काम आती है। इसके बावजूद घाट पर विराजमान लोग गंगा में डुबकी लगानें वाले अनाड़ियों का ध्यान रखते हैं कि जरा सा खतरे की घंटी बजी नही कि आधा दर्जन तैराक बचाव के लिए गंगा में कूद पड़ते हैं।

नियति या कज़ा थी आक्सफोर्ड इंग्लिश स्कूल में पढ़नें वाले शिवम की, कि वह भैसासुर घाट जा पहुँचा, और पानी में खेलते-खेलते गहराई में पहुँच गया, इससे पहले कि उसके साथ के बच्चे मदद के लिए पुकारते, बिहार के मूल निवासी प्रदीप चौबे का नौनिहाल को गंगा नें अपनें आंचल में हमेशा के लिए समेट लिया।
खबर मिलते ही प्रदीप चौबे के कोनिया स्थित घर में कोहराम मच गया, घर वालों के साथ आसपड़ोस के दर्जनों लोग भैसासुर घाट पहुँच गए। सूचना मिलने पर आदमपुर पुलिस भी मौके पर पहुँच गई, जिसने गोताखोरों का इंतजाम कराया और लाश को बाहर निकलवाया, पंचनामा की कार्यवाई कर बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के इंतजाम में लग गई।
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