वीनस दीक्षित
जालौन- इसे हैवानियत न कहें तो क्या। उन दरिंदों उस 6 वर्षीय बच्ची पर जरा भी तरस नहीं आया। जिसके साथ 40 वर्षीय अधेड़ ने दो नौजवानों के साथ पूरी रात गैंगरेप किया। इसके बाद जान से मारने की नीयत से गले में फांसी का फंदा कर लगाकर भाग गये। लेकिन यह तो बच्ची की किस्मत थी कि वह बच गई और उसने घर आकर आपबीती सुनाई। यह घटना है बुन्देलखण्ड में जालौन जनपद के कुठौंद थाना क्षेत्र की। जहां तीनों आरोपियों को ग्रामीणों की मदद से पकड़ लिया और जमकर पिटाई करते हुए थाने की पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
जालौन जनपद के कुठौंद थानान्तर्गत निनावली में रहने वाली 6 वर्षीय मासूम बच्ची रात में अपने घर में सो रहा था। मासूम बच्ची के परिजनों की मानें तो रात्रि में उसकी बच्ची गायब हो गई। सुबह जब उसकी बच्च्ची नहीं मिली तो परिजनों ने उसकी खोजबीन की। अभी खोजबीन चल ही रही थी। तभी अचानक उनकी बच्ची खून से लथ-पथ लड़खड़ाती हालत में घर पहुंची।
परिजनों के अनुसार बच्ची ने उन्हें बताया कि गांव का रहने वाला 40 वर्षीय वीरेन्द्र, 18 वर्षीय दिनेश और 19 वर्षीय सुशील उसे घर से सोते हुए उठा ले गये। जहां जगंल में उसके साथ जबरन तीनों ने बारी-बारी से पूरी रात गैंगरेप किया। जब वह बेहोश हो गयी तो यह देख उन्होंने बच्ची को जान से मारने की नीयत से गले में फांसी का फंदा लगाकर झाड़ियों में फेंक दिया। इससे पहले उसकी मौत होती बच्ची को होश में आ गई और किसी प्रकार घर पहुंची। जहां उसने आपबीती परिजनों को बताया। जिस पर उन्होंने ग्रामीणों की मदद से तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। इसके बाद उसकी जमकर पिटाई करते हुए थाने की पुलिस के सुपुर्द कर दिया।