स्वेडन के विदेश मंत्रालय के तहत काम करने वाले अध्ययन केन्द्र ने एक सूची तैयार की है जो नफ़रत फैलाते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर बैन कर दिया है। प्रतिबंधित लोगों में कुछ सांसद और पत्रकार भी शामिल हैं। इस अध्ययन केन्द्र ने अपनी वेबसाइट पर सूचना दी है कि जो लोग महिलाओं, शरणार्थियों और समलैंगिकों के विरुद्ध नफ़रत फैलाते थे उन्हें ब्लैक लिस्ट में शामिल कर दिया गया है। इस्राईल के राजदूत को स्वेडन के विदेश मंत्रालय के इस क़दम पर बड़ा ग़ुस्सा आया है।
तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…
सबा अंसारी डेस्क: संभल शाही जामा मस्जिद के कुए को हरिमंदिर बता कर पूजा की…
संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…
मो0 कुमेल डेस्क: बीते दिसंबर महीने में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक कार्यक्रम में…
तारिक आज़मी डेस्क: गूगल मैप की गलत लोकेशन बताने की कई खबरे आपने पढ़ा होगा।…
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी नगर निगम खुद को स्मार्ट होने का दावा कागजों पर करता…