दरअसल हालिया स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में प्रदेश के गोंडा जिले को सबसे अस्वच्छ शहर का दर्जा दिया गया, उसके बाद शुक्रवार को इसमें सुधार के लिए सीएम योगी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, उसमें सीएम योगी ने कहा कि इस सर्वेक्षण में प्रदेश के 52 जिले बेहद अस्वच्छ श्रेणी में रखे गए हैं, उसमें बदलाव लाने की जरूरत है, लिहाजा 2018 तक खुले में शौच को पूरी तरह से समाप्त करने के संकल्प के साथ हर मंत्री को निर्देश दिया गया कि वह अपने क्षेत्र के जिलों पर इस अभियान के तहत विशेष ध्यान दें और यूपी को सबसे स्वच्छ राज्य बनाने के सीएम योगी के लक्ष्य को लेकर चलें|
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