घोसी (मऊ)। नोटबंदी एवं मार्च क्लोजिंग की मार से लोग अभी ठीक से उबर भी नहीं पाए थे कि लगातार एक सप्ताह से बैंक एटीएम में कैश की किल्लत ने आम लोगों को बड़ी समस्या में डाल दिया है। कई लोगों के घर शादियाँ, बच्चे की पढाई, गंभीर बीमारी आदि कई महत्वपूर्ण काम अभी उनके माथे पर हैं, लेकिन कैश कि कमी ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं। बैंक खाते में पैसे होते हुए भी आम नागरिक रुपए का उपयोग नहीं कर पा रहे है। इन दिनों में एटीएम अर्थात आॅल टाइम मनी वाली कहावत फेल होती दिखाई पड़ रही है। सभी बैंकों के एटीएम का हाल एक जैसा ही है।
किसी भी एटीएम में पैसे नहीं है। कहीं मशीन खराब कह लोगों को लौटाया जा रहा है, तो कहीं पैसे की नहीं होने की बताकर उन्हें वापस भेज दिया जाता है। समय की कमी की वजह से लोग बैंक में जाकर चेक से पैसे निकालने में असर्मथ होते है। जिस वजह से एटीएम से पैसे निकालना ज्यादा सहज होता है, लेकिन इन दिनों यह सहजता लोगों पर काफी भारी पड़ रहा है। अपना ही पैसा निकालने के लिए प्रचंड धूप में लाइन में खड़े है।
सबसे ज्यादा ग्राहकों वाली बैंक भारतयी स्टेट बैंक है, इस बैंक के भी एटीएम से पैसे नहीं निकल रहे है। इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। किसी के घर में शादी है तो किसी को शादी में उपहार देने के लिए शाॅपिंग करनी है, लेकिन सबसे बड़ी दुविधा यह है कि शादियों के इस सीजन में लोग कैश की कमी से जुझ रहे है। एटीएम सिस्टम फेल है। हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। मऊ के लगभग सभी एटीएम में नोटबंदी के माहौल है। जिन एटीएम में रुपए थे वह भी दोपहर बाद समाप्त हो जाते है। 90 फीसदी एटीएम खाली मिले। कैश निकालने के लिए लोगों में आपाधापी रही। लोग कैश निकालने के लिए कई एटीएम के चक्कर काटते नजर आए। जैसे ही लोगों को किसी एटीएम में कैश रहने की जानकारी मिलती वे उस एटीएम की तरफ चल पडे। यह हाल किसी एक बैंक के एटीएम का नहीं था। सभी बैंकों के एटीएम का ही रहा।
जानकारी के अनुसार आरबीआई मुख्यालय से कैश की सप्लाई नहीं होने की वजह से ऐसी स्थिती उत्पन्न हुई है। पिछले 15 दिनों से एटीएम में कैश का संकट छाया हुआ है। बैंक शाखाओं का काम तो किसी तरह चल जा रहा है, लेकिन एटीएम सेवा चरमरा गई है। घोसी नगर समेत अन्य सभी मुख्य स्थानों पर स्थित एटीएम में पैसे नहीं थे। जिन एटीएम से कैश निकल रहा है लोगों की लम्बी कतार देखने को मिल रही है।