(जावेद अंसारी)
वाराणसी. कहा जाता है वाराणसी गंगा जमुना सभ्यता का एक मरकज़ है. ये शहर बाबा विश्वनाथ का शहर कहा जाता है. इस शहर में जहा बाबा विश्वनाथ के दर पर मत्था टेकने दूर दराज़ से लोग आते है वही बाबा शाह तय्यब शाह बनारसी के दरगाह में भी हजारी लगाते दिखाई देते है. इसकी गंगा जमुना सभ्यता को और क्या उदहारण दे कि आप किसी भी दरगाह में चले जाये वहा आपको दोनों ही नहीं बल्कि अक्सर चारो प्रमुख धर्मो के लोग अपनी अकीदत में हाज़री लगाते दिखाई दे जाते है.
मगर समय ने करवट लिया और राजनीती ने इस शहर को भी अपने आगोश में ले लिया और बाबा विश्वनाथ का शहर कई मीडिया हाउस ने मोदी के शहर में तब्दील कर दिया. जहा देखो वहा यह शब्द सुनने को मिल जाता है कि मोदी के शहर वाराणसी में यह हुआ मोदी के शहर वाराणसी में वह हुआ. शायद यही कारण है कि बाबा भोले के नागरिको को अब यह बात चुभने लगी है. इसको उन्होंने राजनैतिक कार्यक्रमों से अलग होकर ज़ाहिर कर दिया है ख़ामोशी से. उदहारण के तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले २ कार्यक्रमों को देखा जा सकता है जहा भीड़ नदारद रही. जो भीड़ रही भी वह शहर के बाहरियो अथवा पार्टी कार्यकर्ताओ की ही थी. भोले की नगरी है साहेब ये अपनी ही रफ़्तार में चलती है और यहाँ सिर्फ भोले का शासन चलता है.
भोले की नगरी ने इस बात का अहसास प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी करवा दिया जब उनके प्रस्तावित दौरे के कार्यक्रमों में भीड़ की जगह खाली कुर्सियों ने ले लिया. खाली पड़ी कुर्सियों ने खुद को ज़ाहिर कर दिया कि नगरिया है ये बाबा भोलेनाथ की. न कि मोदी जी कि. इन खाली पड़ी कुर्सियों ने राजनैतिक सोच को बदलने के तरफ इशरा कर दिया इसी बीच हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने लगाया बीजेपी पर आरोप, कि बीजेपी ने छल व विश्वासघात किया है इसलिए हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता अब सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम से दूरी बनाये रखेंगे, वही दुसरी ओर कुछ राजनीतिक जानकर का कहना है कि आये दिन गैंगरेप, हत्या, डकैती से लोग तंग आ चुके हैं और यूपी में बीजेपी की सरकार अभी तक कंट्रोल नहीं कर पायी है, केवल अश्वासन दे रही हैं, वही कुछ लोगों का कहना है कि सीएम योगी के छह महीने पूरे होने पर ही वह कुछ कहेंगे|
इस दौरान वाराणसी में यूथ कांग्रेस ने जुलूस निकाल कर जिला मुख्यालय पर जबर्दस्त प्रदर्शन किया कांग्रेसियों ने पीएम मोदी और भाजपा सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया और मोदी सरकार के काम को गिनवाने लगे और कहा मोदी सरकार 2014 के लोकसभा चुनाव में किए गए वादों को पूरा न कर सकी, किसी वायदे को पूरा करने की पहल भी नहीं की, इससे उलट सरकार नोटबंदी गौ हत्या लव जेहाद तीन तलाक आदि तमाम बातें बना कर जनता को गुमराह करने में लगी है, इतना ही नहीं सीमा सुरक्षा एवं विदेश नीति सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में केवल लीपापोती ही की है.
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार को राष्ट्रीय शर्म की सरकार घोषित किया, कहा कि कुछ गोले दाग कर वह जनता को गुमराह कर रहे हैं, बताया कि कुछ ही महीनों में सरहद पर 203 से ज्यादा शहादत हो चुकी है,लेकिन इसका असर उन पर नहीं पड़ता, कुल मिलाकर अब देखना ये है कि भाजपा अपने वादे पर अटल रहती है या जनता को अश्वासन देती, हालांकि कुछ नेताओं का कहना है कि 2019 दुर नही बस वक्त का इंतजार है|