करिश्मा अग्रवाल (विशेष संवाददाता)
कहा जाता है कि राजनीतिक ऊंट किस करवट बैठेगा कोई इसका अंदाज नहीं लगा सकता है। वर्तमान समय में भी राजनीतिक तौर पर कुछ ऐसा ही प्रतीत हो रहा है 2014 के लोकसभा चुनाव में जिस भाजपा सरकार को बनाने के लिए प्रतिवर्ष करोड़ो नौकरियों के सृजन करने का वादा किया गया था, आज वही पार्टी सत्ता में आने के बाद अपने वादे को पूरा ना कर सकने की स्थिति में यूटर्न लेती दिखाई दे रही है। जहां एक तरफ विगत वर्षों में लगातार नौकरियां घट रही है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा के अमित शाह ने आज अपना बहन जारी करते हुए कहा है कि देश में सबको नौकरी देना संभव नहीं है इसलिए हमारी सरकार स्वरोजगार पर अधिक बल दे रही है।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बड़ा बयान देते हुए कहा है की 125 करोड़ लोगों के देश में सभी को नौकरी मुहैया करना संभव नहीं है,इसलिये नरेन्द्र मोदी सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा देकर बेरोजगारी की समस्या से निपटने का प्रयास कर रही है।बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने नये भारत की बुनियाद रखी है इसलिए यह फैसले लेने में सक्षम और पारदर्शी शासन है। अमित शाह ने यह भी कहा कि बेरोजगारी के आंकड़ों का अनुमान लगाने के लिए फिलहाल कोई सटीक प्रणाली नहीं है।
मोदी सरकार के तीन साल पूरे जाने के मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहाकि ”हमने रोजगार को नये आयाम देने की कोशिश की क्योंकि 125 करोड़ लोगों के देश में हर किसी को रोजगार मुहैया कराना संभव नहीं है. हम स्वरोजगार को बढ़ावा दे रहे हैं और सरकार ने आठ करोड़ लोगों को स्वरोजगारी बनाया है.”
अमित शाह ने कहा कि साल 2014 में बीजेपी ने ‘पॉलिसी पैरालाइसिस’ से ग्रसित सरकार को हटाकर एक सक्षम और पारदर्शी सरकार की स्थापना की। शाह ने यह भी कहा कि बीजेपी नीत सरकार ने जातिवादी, वंशवाद और तुष्टिकरण की राजनीति खत्म की. वैश्विक स्तर पर देश का आत्मविश्वास और गौरव बढ़ाया.