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लखीमपुर खीरी // पलिया कलां = कौन होगा नगर का शंहशाह

फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी//पलिया कलां = एक बार फिर चुनावों का दौर शुरू हो चुका है और इस बार हमें अपने नगर का शंहशाह बनाने के लिये    अपनी सारी की सारी ज्ञानेनद्रिंया खोलनी पड़ेगी जिससे कि हम एक ऐसे व्यक्ति को राजगद्दी पर बैठा सके जो अपने वायदो पर खरा उतर सके और इसी परिक्षा में उत्तीर्ण होने के लिये पाँच वर्षों  के बाद  इस बार फिर सभी धुंरदर मैदान में उतर चुके हैं ,परंतु कही कुछ बाकी भी रह गया जो अभी आईने में अपना अक्स दिखाना नहीं चाहते हैं और वह गुपचुप तरीकों से अपने दाँव पेच आजमाकर नगर का शंहशाह बनना चाहते हैं।

आपको बता दे कि एक बार फिर से चुनावी दौर की चर्चाये नगर में शुरू हो चुकी है ।क्योंकी की स्थानिय निकाय के कार्य काल की समाप्ति की अवधि अगले माह ही है और आने वाले पाँच सालों के लिए नगर पालिका और नगर निकाय के लिए प्रत्याशियों के बीच जद्दोजहद शुरू हो चुकी है और वह अपने अपने मोह लेने वाले  मायावी जाल नगर के लोगों में फैलाने लगे हैं और नगरों में बैनर पोस्टरों की भरमार शुरू हो चुकी है जिससे नगर मे सफाई अभीयान की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं  परंतु कुछ प्रत्याशियों ने इस बात का खाश ध्यान रखा हुआ है,  नगर की कुछ प्रतिशत बची सफाई व्यवस्था को बचाकर  रखने में पूर्ण रूप से सहयोग कर रहे हैं जो कि सराहनीय है और वह केवल अपने मायावी तरीकों से जनता को आकर्षित करने में जुटे हुए हैं  ।परंतु अभी तक पद का आरक्षण तय नहीं हो पाया है।
नगर के जो चर्चित प्रत्याशी जो जनता के सामने रूबरू हो चुके हैं ।हम सबसे पहले बात करते है हमारे नगर पालिका अध्यक्ष के बी गुप्ता की जो इन पाँच वर्षों में अपना जलवा बिखेर चुके हैं और एक फिर मैदान में जुटे गये है वैसे देखा जाये तो के बी गुप्ता ने कुछ हद तक सराहनीय कार्य किया है परंतु किसी कारण वश उन पर कुछ इल्जाम भी लगाये गये ।जिसके कारण उनकी पावर सीज की गयी ,परंतु उनका हौसला नहीं कम हुआ और इस बार उनकी कार्य शैली को ध्यान में रखते हुए चर्चायें शुरू हो चुकी है।
उधर आलोक मिश्रा ने भी अपनी पुर जोर कोशिश में लगे हुए हैं उन्होंने अभी तक अनेको बार चुनाव लड़ चुके है परंतु उनकी जनता में ठीक तरह से पकड़ न होने के कारण उन्हे मुँह की खानी पड़ी परंतु इस बार वह भी जनता के बीच लोक प्रियता हासिल कर चुके हैं और वह भी जनता की नजरों में आ चुके हैं उन्हें बस इंतजार है तो बस जनता के फैसले का और एक ओर गौरव गुप्ता जो कि सभासद के रूप में चुनावी दल दल में उतर चुकें हैं उन्होंने सभासद के पद पर होते हुये जनता का  दिल जीत लिया है और वह भी जनता के बीच हमदर्द के रूप में आ चुके हैं उनकी लोगों के बीच में एक अलग पहचान जीत की ओर कदम बढ़ाती नजर आ रही है। परंतु दूसरी ओर व्यापारी प्रति निधि रवि गुप्ता पलिया को जिला बनाओ के मंच के सर्वे सर्वा जो पलिया तहसील को जिला बनवाने में पूरी तरह से जुटे हुए हैं और एक व्यापारी प्रति निधि होने के नाते व्यापारियों के बीच में  एक अच्छा अपना वर्चस्व स्थापित कर चुके हैं और पलिया को जिला के रूप में लाने की कोशिश करते देख जनता के वह भी चहेते बन चुके हैं और उनकी भी आंखे जीत का सेहरा देखने को बेताब हैं।
अमित महाजन भी पिछले बार जनता के द्वारा न चुने जाने से हताश नहीं हुये हैं और शायद उन्हे एहसास हो गया कि उनमें ही कुछ कमी है जो वह जनता के बीच में वह अपना वर्चस्व स्थापित नहीं कर सके वह पेशे से वकील हैं परंतु फिर  भी वह जनता के बीच में अपनी कार्य शैली के चलते  चर्चा में आ गये हैं । अब जनता की चर्चाओं में एक नया चेहरा और आ गया हैं वह है उदय वीर सिंह जो भारतीय जनता पार्टी के प्रबल दावेदार भी इस चुनावी दौड़ में बढ़ चुके हैं और वह भी जनता के बीच में कुछ हद तक अपनी पहचान बनाने में कामयाब होते नजर आ रहे हैं ।हमारे बीच एक और चेहरा भी है वह है जावेद अख्तर का वह भी चुनावी होड़ में शामिल हो चुके हैं  परंतु देखा जा ये तो अभी वह जनता के बीच में अपनी पहचान बनाने में कामयाब नहीं होते दिखाई दिये है परंतु फिर भी वह अपने को किसी से भी कमजोर नहीं मान रहे हैं जो कि सराहनीय है ।इन सब के साथ ही कुछ और चेहरे है  जैसे कि महमूद हुसैन जो पिछले कई बार जीत का सेहरा पहन चुके हैं परंतु उनकी कार्य शैली कभी चर्चाओं में नही रही वह केवल बस नाम के पालिकाध्यक्ष रहे जो अब जनता में कहीं चर्चाओं में अभी तक नजर नही आ रहें हैं ।इसके साथ ही और भी चेहरे है जो अभी नजर नहीं आ रहे हैं। परंतु नगर की आम जनता कि यह जिम्मेदारी है कि वह जिस किसी को भी अपने नगर का शंहशाह बनाये वो अपनी कार्य शैली के प्रति सजग सभी को सभी धर्मों के लोगों को समान रूप से लेकर चले और सभी सुख दुख में साथी हो तभी जनता का फर्ज पूरा हो सकेगा।
pnn24.in

View Comments

  • दाखिळ खारिज के लिये House tax,water bill our naksha,होेने के वावजूद नगर पालिका में मना कर दिया जाता है कि दाखिल खारिज यहॉ नही होगी और आप गुणगान करते नही थकते है।

  • भाई लोगो सीधी सी बात है जो काम करेगा उसे वोट मिलेगा

  • इन्‍होने ने काम किया है पलिया में आप लोगो का देखने का नजारिया गलत है अगर आप ही किसी सडक का टेंडर मिल जाये तो आपको फायदा नही होगा या तो किसके होगा
    उन्‍होने काम किया है तो लाभ भी उन्‍ही को होगा

  • भाई इसमें कुछ काम की बात नहीं आई है बात दाखिल खारिज की हुई है तो मैंने यह टिप्पणी की थी

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