करिश्मा अग्रवाल
फ़ाइनेन्शल टाइम्स ने अपने लेख में “आराम्को नेश्नल तेल कंपनी के शेयर बेचने की योजना पर सऊदी अरब में रोष” शीर्षक के अंतर्गत देश के भविष्य के मुख्य गैरेंटी देने वाले के रूप में सऊदी अरब में तेल के स्थान और उसके महत्व की समीक्षा की। फ़ाइनेन्शल टाइम्ज़ ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में लिखा कि सऊदी अरब के लोग आराम्को नेश्नल तेल कंपनी से बहुत लगाव रखते हैं और इसे अपने लिए सोने का अंडा देने वाली मुर्ग़ी समझते हैं। इस ब्रिटिश समाचार पत्र ने लिखा कि आराम्को कंपनी ने पिछले दसियों वर्ष के दौरान सऊदी अरब की जनता और इस देश की अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने में बुनियाद के पत्थर की भूमिका अदा की है।
इस लेख में लेखक कहते हैं कि किन्तु इस कंपनी के पांच प्रतिशत शेयर बेचने पर आधारित इस देश के उतराधिकारी और रक्षामंत्री मुहम्मद बिन सलमान की योजना ने सोने का अंडा देने वाली इस मुर्ग़ी के भविष्य के बारे में चिंताएं पैदा कर दी हैं। उनका कहना था कि “मुहम्मद ने सोने का अंडा देने वाली मुर्ग़ी को बेच दिया” जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर वायरल हो गये हैं।
सऊदी अरब के सोशल मीडिया पर सक्रिय एक एक कार्यकर्ता ने ट्वीटर के अपने पेज पर अपने नाम का उल्लेख किए बिना लिखा कि क्या वह कंपनी जो हमें धन देते थी और हमारे कल्याण का कारण बनती थी, बेच दी जाएगी। एक अन्य यूज़र्स ने लिखा कि हे युवराज और क्या क्या सोच रखा है हमारे लिए। उनका कहना था कि हमारे भविष्य का कुछ अता पता नहीं है।
लेखक अंत में कहते हैं कि मुहम्मद बिन सलमान की जो आलोचनाएं हुई हैं उससे पता चलता है कि सुधार के मार्ग में उनके सामने जो चुनौतियां हैं वह बहुत कठिन हैं और इससे उभर पाना सरल नहीं होगा।