अमित कश्यप
कानपुर। खबर कवरेज करने गये पत्रकारों पर हुये हमले और लूट के मामले में उलटा पत्रकारों के खिलाफ थाना अध्यक्ष सचेण्डी द्वारा की जा रही एक पक्षीय कार्यवाही की सूचना जैसे ही आईरा के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को हुयी तो आज आईरा के मंडल अध्यक्ष गोपाल गुप्ता जिला प्रवक्ता फैशल हायात और जिला संयुक्त मंत्री दिग्विजय सिंह के साथ दर्जनों आईरा सदस्य सचेंडी थाने पहुंच गये।
आल इण्डियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन उर्फ आईरा एसोसिएशन के सदस्यों ने पूरी दृढता से थाना अध्यक्ष को घटना की सत्यता बताते हुए निष्पक्ष कार्यवाही करने को कहा। थाना अध्यक्ष द्वारा जब गहनता से मामले की जांच की तो फ़र्ज़ी डॉक्टर की भूमिका संदिग्ध दिखी। जिस के बाद थानाध्यक्ष की सख्ती के चलते आरोपी डॉक्टर ने अपनी गलती को मानते हुए पीड़ित पत्रकारों से सार्वजनिक माफी मांगी और कहा कि भविष्य में वो ऐसी दोबारा गलती नहीं करेगा। डाक्टर ने पत्रकारों का सारा सामान भी लौटा दिया।
खबरों के लिए कड़ी धूप में सड़कों पर मारे-मारे फिरने वाले पत्रकारों ने डॉक्टर को माफ कर के अपना बडप्पन दिखाया और पुन: समाज के प्रति अपने दायित्व को निभाने में लग गये। आईरा के इस प्रयास से एक बार फिर पत्रकारों का सम्मान बरकरार रहा। बताते चलें कि सचेंडी थाने के अंतर्गत कैंधा गांव में एक एक्सीडेंट की खबर कवरेज करने गये पत्रकार अमित राजपूत, संजीव कुमार, शशिकांत, सचिन आदि की डॉ राम नरेश से कुछ कहा सुनी हुई थी। जिस पर आरोपी डॉक्टर ने चार लोगों के साथ पत्रकारों पर हमला कर दिया था। साथ ही पत्रकारों से लैपटाप, मोबाइल, माइक आइडी व 26000 रूपये भी लूट लिये थे।
कुछ स्थानीय स्वयंभू पत्रकारों के दबाव में स्थानीय थाना उलटा पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही करने को तैयार था पर आईरा के दखल के बाद इन स्वयंभू पत्रकारों की एक न चली और आखिर में सच की विजय हुयी। स्थानीय लोगों के अनुसार इन स्वयंभू पत्रकारों की दलाली और गुन्डई से पूरा इलाका त्रस्त है। पर आज पहली बार आईरा ने इनको मुंहतोड जवाब दिया है।
इस संघर्ष में मंडलसचिव महेश प्रताप सिंह.नेशनल आवज़ से मंगल सिंह.शशि कान्त सूरज कश्यप अरुण कश्यप सौरभ गुप्ता पप्पू यादव और शावेज आलम आदि आयरा सदस्य मौजूद थे।