जबकि ग्रामीणों के मुताबिक अपनी प्रधानी के समय ही ग्राम प्रधान द्वारा खड़े होकर ही यह शौचालय बनाए थे और उन्होंने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज कराया ग्रामीणों ने बताया 50 वर्षों से अधिक समय पूर्व लगभग 1959 में सिंचाई विभाग द्वारा नाली निर्माण कराया गया था जबकि ग्रामीणों का कहना है कि नाली निर्माण से बनाए गए शौचालय काफी दूर है उसके बावजूद भी ग्राम प्रधान द्वारा फर्जी तरीके से उन्हें गया है और फर्जी मुकदमा उनके खिलाफ दर्ज कराया है उधर कुछ ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर उनके आवास भी काट कर अपने चहेते लेकिन लोगों को देने का आरोप लगाया साथ ही आवास के नाम पर ₹3000 भी लेने का आरोप लगाया उधर महिला सीट होने के बाद भी सेमरी गांव में प्रधान पति श्याम बहादुर प्रधानी चला रहे हैं ग्रामीणो का आरोप है चुनावी रंजिश को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया है जिला पंचायत सदस्य राजेश भास्कर ने ग्राम प्रधान के द्वारा ग्रामीणों पर लगाए गए आरोपों का खंडन किया इस संबंध में ग्राम प्रधान पति श्याम बहादुर से वार्ता करना चाहिए तो उन्होंने कागज लाने की बात को कह कर टाल दिया अब देखना यह है कि प्रशासन इस ग्ग्राम प्रधान पति पर क्या कार्रवाई करता है ।
शाहीन अंसारी वाराणसी: विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा…
माही अंसारी डेस्क: कर्नाटक भोवी विकास निगम घोटाले की आरोपियों में से एक आरोपी एस…
ए0 जावेद वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी…
ईदुल अमीन डेस्क: सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने संविधान की प्रस्तावना में…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…