मो आफताब फ़ारूक़ी
इलाहाबाद। जब हम सनातन धर्म से जुड़कर निःस्वार्थ भाव से लोगों का कल्याण करने की सोच रहे हैं तो अखाड़े दबाने में लग गये हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा। सनातन धर्म की रक्षा के लिए किन्नर अखाड़ा काम कर रहा है। हम लोग माघ एवं अर्धकुम्भ में आयेंगे।
उक्त बातें किन्नर अखाड़ा उज्जैन की महंत पवित्रा ने इलाहाबाद आगमन पर पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् को जमीन-सुविधा तथा बजट प्रदेश एवं केन्द्र सरकार देने जा रही है, उसी तरह से किन्नर अखाड़े को भी जमीन, बजट व अन्य सुविधाएं चाहिए, जिससे वह लोग अपने शिविर सहित अन्य तैयारियां कर सके। क्योंकि अर्धकुम्भ में देश के कोने-कोने से लगभग दस हजार से ज्यादा किन्नर अखाड़े के संत-महात्मा एवं शिष्य शामिल होंगे। उज्जैन के कुंभ मेले में मध्य प्रदेश एवं केन्द्र सरकार ने जमीन, सुविधा एवं बजट किन्नर अखाड़े को दिया था।
उन्होंने कहा कि अखाड़ों ने तो उज्जैन कुंभ के दौरान शिविर लगाने व देवत्व यात्रा न निकालने देने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी, जबकि वे लोग यह नहीं समझते कि हम भी हिन्दू मां-बाप की संतान हैं। उन्होंने दबा कर रखा था और हम लोगों के हित के लिए कोई काम नहीं किया।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को मण्डलायुक्त डाॅ आशीष गोयल से मिलकर संबंधित मांगों का ज्ञापन सौंपेगी, जिससे अर्धकुम्भ के दौरान होने वाली बैठकों की जानकारी मिलती रहे। कहा कि जिन अखाड़ों को हमारा सहयोग करना चाहिए वही लोग हमारा विरोध कर रहे हैं। आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बहुत अधिक उम्मीदें हैं कि उनके नेतृत्व में देश-प्रदेश आगे तक जायेगा। अंत में बताया कि तीन दिनों तक इलाहाबाद में रहकर विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगी।