सुल्तानपुर: क्या आपको मालूम है कि करौदी कला रावनिया मार्ग जो प्रधानमंत्री सड़क निर्माण योजना के अंतर्गत बना और जिसका निर्माण कार्य 18 अक्टूबर 2016 को सम्पन्न हुआ वही सड़क अप्रैल 2017 में गड्डायुक्त हो गयी, मात्र छह महीनो में नयी-नवेली सड़क पर बड़े-बड़े गड्डे आमजन मानस को खीसे निपोरते नजर आते है। मतलब साफ है, छह माह मे बदहाल सड़क खुद कहती है कि उसे बनाने में जरूरी मानक को पूरा नही किया गया।
फिलहाल अभी इस पर गड्डा मुक्ति का कार्य चल रहा है, क्या आप सब के समझ में आया की इसके निर्माण का मानक क्या था और पास किस मानक के आधार पर किया गया। क्या जिन सड़को का गढ़ा मुक्ति का कार्य चल रहा है क्या उनका पिछला निर्माण कार्य कब हुआ है उसको देखा गया है? जवाब हम नही जिम्मेदार अधिकारीगण और काम करवाने वाले ठेकेदार महोदय को देना है। हॉ, हम अपना कर्तव्य निभाते हुए सरकार तक इस खस्ताहाल सड़क की कहानी जरूर पहुँचा रहे है। यह पहला मामला है दूसरी कहानी करौदी कला बहुद्दीनपुर मार्ग की है जोकि निर्माणाधीन अवस्था में है। क्या उस पर मानक के अनुरूप कार्य किया जा रहा है? इसके बाबत इस संवाददाता नें प्रधानमंत्री कार्यलय को अवगत कराया है जिसकी शिकायत क्रमांक निम्नानुसार है। PMOPG/e/2017/0280540 है।
इस कहानी की तीसरी कड़ी है भवानीपुर इब्राहिमपुर मार्ग। यह मार्ग 15.7 किलोमीटर है, मंजूर राशि 14.58 करोड़ है। यह मार्ग भी प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन है। इस संवाददाता नें मौके पर जाकर स्वंय देखा कि मानक की बिलकुल अनदेखी की जा रहा है। इस सम्बन्ध में संवाददाता नें जब प्रभारी अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को अवगत कराने की कोशिश किया तो जवाब अचंभित कर देने वाले अशोभनीय शब्दों से सजाकर दिया गया और वो भी पूरी नकारात्मक, तत्पश्चात इस संवाददाता नें प्रधानमंत्री कार्यलय को शिकायत भेजी (क्रमांक PMOPG/E/2017/0205247) तथा मुख्यमंत्री कार्यलय को शिकायत क्रमांक 40017917001304 से अवगत कराया। मुख्यमंत्री कार्यालय की जांच 5 तारीख से मुख्य विकास अधिकारी के पास लंबित है।
देखना बाकी है कि भ्रष्टाचार को जड़ से नेस्तनाबूत कर देने की कसमें खानें वाली सरकार सड़क जैसी बेसिक सुविधाओं में होने वाली धांधली पर रोक लगाकर जिम्मेदार अधिकारीगणों पर कार्यवाई करती है या ‘चलता है’ की तर्ज पर की शिकायतों को ठंडे बस्ते का रास्ता दिखा दिया जाएगा।