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कोतवाल का घेराव करते अधिवक्ता |
लालगंज / प्रतापगढ़
सूबे की सरकाीर भले ही बदली , अफसरों को भी इधर से उधर किया गया हो लेकिन नही बदले साहब के तेवर , चोरी ,छिनैती , हत्या , बलात्कार पर अंकुश लगाने व खुलासा करने के बजाय असहायों व पीड़ितो पर ही सिंघम बनने मे जुटी लालगंज पुलिस |
ऐसा ही एक ताजा मामला है लालगंज कोतवाली क्षेत्र के बनपोहरा गांव का जहां पर पीड़ित रामधन यादव 45 s/o रामफल यादव को ही पुलिस द्वारा पैसा न दिये जाने पर घर मे घुसकर तोड़फोड़ की गयी व जमकर डन्डे से मारा – पीटा गया |
पीडित ने बताया कि हमारा जमीनी विवाद हमारे पट्टीदार से काफी दिनों से चल रहा था उसी जमीन पर हमने गेहूं की बुआई की थी किन्तु हमारे पड़ोसी ने् हमे गेंहूं काटने से मना कर दिया जिसका प्रकरण SDM लालगंज के संज्ञान मे चल रहा था | पीड़ित ने बताया कि गेंहूं हमने बोआ था किन्तु मामला यस डी एम के संज्ञान मे होने के बावजूद भी पट्टीदार काटने लगा तब हमने इस मामले को लालगंज कोतवाल क संज्ञान मे देने के लिए कोतवाली आया था किन्तु आरोप है कि कोतवाल आदित्य सिंह मे हमें दौड़ा – दौड़ा कर बहुत मारा बाद में हमारे चोट पर मरहम पट्टी लगाने का काम करने केलिए लालगंज सी एच सी लेकर आयी |
आरोप है कि कोतवाली के ही रामअधार यादव व सुनील पाल मे हमारे घर पर जाकर पैसे की डिमांड करने लगे किन्तु मांग न पूरी होने पर पुलिस द्वारा हमारे परिजनोें को भी मारा – पीटा गया और घर मे तोड़ फोड़ की गयी |
सादे वर्दी मे होने के बावजूद भी सिपाही सुनील पाल ने घर मे घुसकर गाली गलौज की व साथ ही तोड़फोड़ तथा परिजनों को मारा पीटा |
हलांकि मामला सुबह का होने के बावजूद भी मामले की आलाधिकारियों को नही है जानकारी | सीओ लालगंज व एडिसनल यसपी साहब ने मामला संज्ञान मे न होने की कह झाड़ा पल्ला |
पुलिस महकमा जुटा लालगंज कोतवाली के कुकृत्य को छुपाने में
सवाल यहां पर यह उठता है कि पीड़ित को ही पुलिस ने आखिर इतनी बेरहमी से क्यों पीटा ,,,,,,क्या फरियादी को बेदर्दी से पीटने का लाइसेन्स नयी सरकार जारी कर रही है पुलिस वालों कोे ,,,,,आखिर गरीबों व असहायों पर सिंघम क्यो बनती है पुलिस ,,,,,क्यों नही अपराधियों तक पहुंचते हैं कानून के लंबे हाथ ,,,,,,अक्सर प्रकाश मे क्यों आते रहते हैं ऐसे मामले , फिलहाल जो भी हो सरकार के आदेशों व पुलिस के फरियादियों से मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध का नही दिख रहा है जिले मे असर |