मायावती ने मीडिया से बात की और बताया कि सभी लोगों को शांति बनाकर रहना चाहिए, दलितों और ऊंची जाति के लोगों को, क्योंकि लोग राजनीति करके अपने घर चले जाते हैं, आप लोगों को यहीं रहना है, मेरी लोगों से बात हुई कि वे एक मूर्ति आम्बेडकर साहब की लगाना चाहते थे, लेकिन डीएम और एसएसपी ने इसकी परमीशन नहीं दी, हमने, लोगों ने डीएम व एसएसपी की बात मान ली, फिर महाराणा प्रताप जयंती आई, उसकी भी परमीशन उनके पास नहीं थी, हमारे लोगों ने एसएसपी व डीएम को कॉल किया लेकिन कोई नहीं आया और झगड़ा हुआ, यह सारी लापरवाही प्रशासन व पुलिस की है, वैसे डिएम एसएसपी को उपर से जो आर्डर आता है वो वही करेंगे, शासन और प्रशासन मौन बनकर यह घटना देखता रहा, मां बहनों की बेज्जती की गई, योगी सरकार की यह दलित विरोधी सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी, मायावती ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार दलित विरोधी मानसिकता की है, यह ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी, सहारनपुर जाते हुए यहां हाईवे स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मायावती ने कहा कि सहारनपुर के गांव शब्बीरपुर में अच्छा सद्भाव चल रहा था, लेकिन दलितों के साथ अन्य पिछड़ा वर्ग की भी उपेक्षा की गई है, आने वाले समय में दलित व पिछड़ा वर्ग सरकार को जवाब देंगे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार भी यह समझ ले, मेरी चार बार हुकूमत रही लेकिन कभी कोई दंगा नहीं हुआ.
बसपा सुप्रीमों मायावती के जाने के बाद कुछ लोगों ने वहां से लौट रहे बसपा समर्थकों की गाड़ी पर हमला कर दिया, गाड़ी में सवार लोगों को मारा और गाड़ी तोड़ दी, इस वारदात में सात लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, खबरों के मुताबिक बड़गांव के चंदपुर गांव में दो दलितों पर तलवारों से हमला किया गया, ये दोनों शख्स सहानपुर में मायावती की सभा से लौट रहे थे, पुलिस मौके पर पहुंच गई है, और जांच शुरू कर दी है, बता दें कि मायावती मंगलवार (23 मई) को सहारनपुर पहुंची थी और जातीय हमले में घायल हुए दलितों से मुलाकात की थीं, खबरों के मुताबिक मायावती के दौरे से कुछ देर पहले कुछ दलितों ने राजपूतों के घर पर हमला किया था, लेकिन जैसे ही मायावती सहारनपुर से निकलीं, अगड़ी जातियों की ओर से दलितों पर हमला शुरू हो गया,अपने घरों पर हमले से गुस्साये राजपूतों ने तलवारें निकाल ली और दलितों पर हमला कर दिया, इस हमले में एक शख्स को गोली लगी है और कुछ दलित तलवार के हमले में घायल भी हुए हैं, घटना के बाद चंदपुर गांव में हालात तनावपूर्ण हैं, पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और दूसरे थानों की पुलिस के साथ साथ पीएसी को भी बुला लिया है|