करिश्मा अग्रवाल
जार्ज बुश के शासन में मुख्य रक्षा सलाहकार रह चुकी कोन्डोलिज़ा राइस ने अब इराक़ पर अमरीका के हमले की अस्ल वजह बताया है. यदि उनकी बातो को आधार माना जाए तो फिर आसानी से कहा जा सकता है कि अमेरिका ने ईराक पर हमला केवल अपने फायदे के लिए किया था और उसका मुख्य उद्देश्य था कि सद्दाम हुसैन का तख्ता पलट करना है. ज्ञातव्य हो कि कोन्डोलिज़ा राइस अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री है
उन्होंने कहा है कि वाॅशिंग्टन की सरकार संसार में प्रजातंत्र और मानवाधिकार की झूठी दावेदार है। कोन्डोलिज़ा राइस ने ब्रूकिंग्ज़ इंस्टीट्यूट में भाषण देते हुए कहा कि उनके देश की सेना ने वर्ष 2003 में इराक़ में प्रजातंत्र की स्थापना के लिए इस देश पर हमला नहीं किया था बल्कि उसका लक्ष्य सिर्फ़ सद्दाम की सरकार को गिराना और उसे अमरीका के रास्ते से हटाना था। !राइस ने कहा कि अमरीका ने वर्ष 2003 में इराक़ पर इस लिए हमला किया था कि सद्दाम का तख़्ता पलट दे उसका लक्ष्य यह नहीं था कि मध्यपूर्व के इस अहम देश को प्रजातंत्र का तोहफ़ा दे।
अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री कोन्डोलिज़ा राइस ने अपने भाषण में कहा कि अमरीका ने वर्ष 2002 में अपने घटकों के साथ मिल कर इराक़ पर सैन्य हमले का फ़ैसला किया था और वह सिर्फ़ और सिर्फ़ इस देश के तानाशाह सद्दाम हुसैन को सत्ता से हटाना था। उन्होंने कहा कि हमने इराक़ पर इस लिए हमला किया क्योंकि हमें एक बड़ी सुरक्षा चुनौती का सामना था और वह चुनौती, सद्दाम का सत्ता में होना था।