समीर मिश्रा
उत्तर कोरिया ने टोक्यो को चेतावनी दी है कि अगर क्षेत्र में जंग छिड़ी तो जापान पहला देश होगा जो परमाणु विकिरण में घिर जाएगा। उत्तर कोरिया के सरकारी अख़बार रोदोंग सिनमन ने बुधवार को लिखा, “अगर प्रायद्वीप में परमाणु जंग हुयी तो अमरीकी फ़ोर्सेज़ की आक्रमक, लॉन्चिंग और सैन्य संचालन छावनियों को जगह देने वाला जापान सबसे पहले परमाणु विकिरण की ज़द पर होगा।”
इस अख़बार ने लिखा, “अगर जापान सच में अपने हितों के लिए चिंतित है” तो उसे तनाव के शांतिपूर्ण निवारण की कोशिश करनी चाहिए। इस अख़बार ने आगे लिखा, “दुनिया में पहली परमाणु बमबारी की तबाही झेलने वाला जापान दूसरो की तुलना में यह बात अच्छी तरह समझता है कि परमाणु तबाही कितनी भयानक होती है।”
इस अख़बार ने यह भी लिखा कि जापान क्षेत्रीय तनाव को अपने संविधान में सुधार करने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है ताकि समुद्र पार सैन्य कार्यवाही का रास्ता साफ़ करे। जापान के प्रधान मंत्री शिन्ज़ो अबे ने अभी हाल में देश के संविधान में संशोधन का एलान किया है कि जिसे 2020 तक लागू करने की योजना है।
पिछले कुछ हफ़्तों में कोरिया प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है
उत्तर कोरिया के मीज़ाईल व परमाणु कार्यक्रम से चिंतित अमरीका ने युद्ध जैसी मुद्रा अपनायी है। अमरीका ने उत्तर कोरिया के विरोधी जापान और दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास किया है और स्ट्राइक ग्रुप कोरिया प्रायद्वीप रवाना किया है। प्यूंगयांग का कहना है कि देश को अमरीकी दुश्मनी से बचाने के लिए मीज़ाईल व परमाणु कार्यक्रम को जारी रखना ज़रूरी है।