सुहैल अख्तर
सुल्तानपुर/घोसी(मऊ)। रमज़ान के आखिरी जुमा की नमाज शुक्रवार को सुल्तानपुर गांव के कनाती मस्जिद में रोजेदारों ने पूरे अकीदत के साथ अता की। इस दौरान प्रचण्ड धूप के बीच रोजेदारों ने नमाज अता कर राष्ट्र के अमन-चैन के लिए दुआ मांगी। अंतिम जुम्मे की नमाज को लेकर रोजेदारों में उत्साह भी नजर आया। लाईन लगाकर मस्जिद में रोजेदारों ने पारंपरिक तरीके के साथ जुम्मे की नमाज अता की। वहीं मस्जिद में भी काफी संख्या में मोमिनों का जुटान नमाज अता करने के लिए हुआ। जबकि अन्य मस्जिदों में रोजेदारों ने पूरे अकीदत के साथ नमाज अता किया।
अलविदा जुम्मे की नमाज में कनाती मस्जिद में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। अलविदा जुम्मे की नमाज को लेकर मुस्लिम क्षेत्रों में सुबह से ही उत्सव का माहौल रहा। लोग काम धंधे से छुट्टी कर अलविदा जुम्मे की नमाज में शामिल होने के लिए उत्सुक दिखे। मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ उमड़ पड़ी। आस पास गांव के लोग भी अलविदा जुमा की नमाज़ कनाती मस्जिद में पढ़े। बच्चे, बूढ़़े, जवान से पुरी मस्जिद भर गई। इस दौरान मस्जिद के इमाम ने अमन चैन की दुआ की। मौलाना मो आसिम ने बताया कि रमज़ान में जिस तरह पांचो वक्त की नमाज़ पढ़ रहे हो उसी तरह हमेशा के लिए आदत बना लो। एक महीना इबादत कर के ग्यारह महीने इबादत नही किये तो सब मिट्टी है। ईद उल फितर प्रेम भाईचारगी का त्यौहार है। दुश्मनी भुलाकर दुश्मनों को भी गले लगाते हैं। मस्जिदों में ईद उल फितर के नमाज का समय भी मुकर्रर किया गया। सुल्तानपुर गांव में 7:30 बजे ईदगाह में ईद की नमाज का समय मुकर्रर हुवा।