गोपाल जी.
अवैध वसूली करने वाले पुलिसवालों के खिलाफ डीआईजी द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई के बावजूद जिला पुलिस सुधरने का नाम नहीं ले रही है। भागलपुर-दुमका मुख्य मार्ग के सन्हौला मोड़ पर रविवार को एक रोजेदार ट्रक चालक ने रिश्वत देने से इनकार किया तो जगदीशपुर थाना पुलिस ने उसे केबिन से खींचकर लाठियों से इतना पीटा कि अस्पताल पहुंचाना पड़ गया।
उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया, लेकिन पिटाई से उसकी हालत इतनी गंभीर हो गई कि डॉक्टरों ने मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया। आरोप एएसआई दिलीप सिंह सहित चार जवानों पर है। वसूली के विरोध में ट्रक चालकों ने करीब आधे घंटे जाम लगाकर प्रदर्शन किया। इंस्पेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिलाकर जाम खुलवाया।
खीरीबांध गांव निवासी ट्रक चालक मो. अबुतलहा ने बताया कि वह सुबह करीब 5 बजे ट्रक लेकर जा रहा था। उस समय नो इंट्री थी और चारों पुलिसवाले 100-100 रुपये लेकर ट्रकों को छोड़ रहे थे। उसने भी ट्रक बढ़ाया तो पुलिसवालों ने 100 रुपये की मांग की। उसने पैसे देने से इनकार किया तो ट्रक रोक दिया गया और अन्य ट्रकों को कैसे जाने दिया यह सवाल पूछते ही उन्होंने ड्राइवर सीट से खींचकर पिटाई शुरू कर दी।
लाठी से बुरी तरह पीटा और थप्पड़ भी जड़े। उसने रोजा में होने की बात कही, फिर भी बेरहमी से पीटते रहे। इसके विरोध में अन्य ट्रक चालक सामने आ गए और जाम लगाकर प्रदर्शन किया। बवाल बढ़ा तो इंस्पेक्टर पहुंचे मौके पर वसूली के दौरान हुए बवाल और जाम की सूचना पाकर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अजित कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और पिटाई करने बाले एएसआई एवं अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की बात कहकर जाम खुलवाया।
हालांकि, इस विरोध के बीच आधे घंटे तक आवाजाही बाधित रही। वसूली व पिटाई के आरोपियों पर केस पिटाई का आरोप एएसआई दिलीप सिंह और तीन अन्य पुलिस जवानों पर है। चालक के बयान पर इन चारों पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही सड़क जाम करने में छह को नामजद करते हुए 25 अज्ञात ट्रक चालकों पर भी केस दर्ज किया गया है।