अंजनी राय/संजय ठाकुर
बलिया । भीमपुरा थाना क्षेत्र के इब्राहिम पट्टी में 30 मई की रात घर में सोते समय रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी कन्हैयालाल हरिजन (70) की चाकू से गोदकर और उसकी एक बांह को काटकर बेरहमी से हत्या कर दिया गया था। इस हत्याकांड के बाद सीओ रसड़ा और थानाध्यक्ष भीमपुरा समेत कई थानों की फोर्स और आला अवसरों ने घटनास्थल का निरिक्षण किया और पीड़ित परिवार के लोगों को बहुत जल्द घटना की खुलासा करने का आश्वासन दिया लेकिन आज 25 दिन बाद भी कन्हैयालाल हत्याकांड की खुलासा नही होना भीमपुरा पुलिस को कटघरे मे खड़ा कर रही है ।
मृतक कन्हैयालाल के परिजन आस लगाये बैठे हैं कि पुलिस अब खुलासा करती है कि तब करती है । लेकिन 25 दिन के बाद भी भीमपुरा पुलिस हाथ आज भी खाली है और हत्यारा पुलिस की पकड़ से दूर है। यहां तक कि आज तक भीमपुरा पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी तो दूर हत्या के कारणों का भी पता नही लगा सकी है। क्षेत्रिय चर्चाओ को अगर आधार माना जाए तो पुलिस ने कुछ लोगो को पूछ ताछ के नाम पर थाने भी बुलवाया मगर नतीजा आज भी शुन्य से अधिक कुछ नहीं है. विश्वसनीय गुप्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भीमपुरा पुलिस को एक युवक पर शक है और उससे पूछताछ भी जारी है मगर स्पष्ट कुछ भी नहीं हो पा रहा है.
जो भी हो एक सेवानिवृत कर्मी के हत्या को जघन्य हत्या के श्रेणी में तो रखा ही जा सकता है और उस जघन्य हत्या का आज इतने दिनों बाद भी खुलासा न होना स्थानीय पुलिस के कार्यप्रणाली पर उंगली उठा रहा है. वही क्षेत्र में इस चर्चा को भी बल है कि पुलिस पर किसी रसूखदार का दबाव है जिस कारण से इसके खुलासे में पुलिस देर कर रही है. अब देखना है कि भीमपुरा पुलिस कब तक इस जघन्य हत्या का खुलासा करने में सफल होती है या फिर हत्या की यह फाइल किसी ठन्डे बस्ते में चली जाती है.