अंजनी राय
बलिया : बैरिया तहसील क्षेत्र के गोन्हिया छपरा गाँव निवासी गनपति सिंह व राधिका देवी के पौत्र शशांक शेखर सिंह ने 2016 की आईएएस परीक्षा में 306वा रैंक हासिल कर गाँव जवार का नाम रौशन किया है. इनके पिता दिनेश सिंह उत्तर प्रदेश सेतु निगम मे अभियन्ता तथा माता संध्या सिंह गृहणी है.
शशांक के आईएएस परीक्षा में स्थान हासिल करने की सूचना पूरे इलाके में तेजी से फैली और खुशियां भी. युवाओं में हर्ष का माहौल है. गाँव के प्राथमिक विद्यालय गोन्हियाछपरा से अपनी बुनियादी शिक्षा की शुरुआत करने वाले शशांक मिडिल दिल्ली से और हाई स्कूल व इंटर मीडिएट बाम्बे के मानव भारती इंडिया इंटर नेशनल स्कूल पास की. शशांक ने वर्ष 2006 हाई स्कूल में 90.02प्रतिशत व वर्ष 2008 में इंटर में 85 प्रतिशत अंक प्राप्त किये. वर्ष 2012 में दिल्ली कालेज आफ इंजीनियरिंग दिल्ली से सिविल ट्रेड से बीटेक की परीक्षा 80 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की. वर्ष 2014 में दिल्ली प्रद्योगिकी विश्व विद्यालय दिल्ली से एम टेक की परीक्षा 76 प्रतिशत अंको से उत्तीर्ण की. अभी भी भूमिगत जल आर्सेनिक निवारण विषय पर पीएचडी करते हुए भी दिल में आईपीएस होने के ख्वाब लेकर वर्ष 2016 के आईएएस परीक्षा में शामिल हुए और सफलता भी हासिल किये। शशांक की माँ गृहणी है और अपने कुल तीन भाई बहनों में शशांक सबसे बडे है. गोन्हिया छपरा गाँव मे इस खबर से बहुत खुशहाली है. लोग इनके घर पहुच कर बधाई दे रहे हैं. शशांक के चाचा सुनील सिंह शिक्षक हैं. उधर, शंशाक शेखर के आइएएस मे चयनित होने की सूचना से उनके ननिहाल सोनबरसा मे भी खुशियाँ दौड पडी. शशांक के मामा शिक्षक नेता कुलदीप सिंह रिकू ने सोनबरसा व बैरिया तिराहे पर खूब मिठाइयां बाटी. शिक्षक नेता सिंह ने कहा कि हमारे भाजे ने अपने कुल परिवार गाँव क्षेत्र का नाम रौशन करने के साथ ही नौजवानों को लक्ष्य प्राप्त करने की प्रेरणा दी है। इससे इलाके के बहुत से युवा उत्साहित होगे और प्रगति के रास्ते पर आगे बढेगे. इसी अवसर पर प्रधाचार्य अरुण चौबे, बडक सिंह, सत्येन्द्र सिंह, प्रेम गोड आदि खुशियों मे शामिल रहे. वही शिक्षक रवीन्द्र सिंह, गोन्हियाछपरा के युवा शैलेश सिंह, युवा व्यापार मण्डल अध्यक्ष रौशन गुप्त, सांसद भरत सिंह, विधायक सुरेन्द्र सिंह आदि लोगो ने शशांक की इस उपलब्धि को नौजवानों के लिए खुलने वाले प्रगति के द्वार की संज्ञा देते हुए शशांक और उसके परिवार को शुभकामना दी है।