संजय ठाकुर
मऊ। पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की बैठक रविवार को पुलिस लाइन्स स्थित मनोरंजन कक्ष में अपर पुलिस अधीक्षक शिवाजी की अध्यक्षता में हुई। इसमें कुल 33 पारिवारिक मामले आए, जिसमें से परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से नौ मामलों का निस्तारण हुआ। इसमें दो जोड़ो ने अपना अपना मतभेद भुलाकर साथ-साथ रहने को तैयार हो गए। चार परिवारों के बीच विगड़ते रिश्ते बन जाने से उनकी खुशिया पुनः लौट आई। सभी ने परामर्श केंद्र के लोगों के कार्यो की सराहना किया। शेष मामलों में बैठक की अगली तिथि दो जुलाई 2017 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया।
परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से दो जोड़े ज्योति और राहुल तथा शिवकुमारी और कल्पनाथ ने अपना-अपना मतभेद भुलाकर साथ-साथ रहने को तैयार हो गए। जिससे चार परिवारों के बीच टूट के कगार पर पहुंचे रिश्ते जुट गए। इस दौरान यासमीन और बदरे आलम, अंंजू और महेंद्र, अर्चना और योगेश के मामले में मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के चलते तथा चंदन चौरसिया और प्रियंका, नीलम और शेषनाथ तथा अख्तरी और देवराम तथा संगीता और रविंद्र के मामले में पक्षकरो के उदासीनता के चलते पत्रावली निस्तारित कर दी गई। इस दौरान तीन मामलों में पक्षकारों ने सुलह के लिए समय की मांग किया। तथा नौ मामलों में एक-एक पक्षकार हाजिर हुए। वही 12 मामलों में किसी पक्षकार के हाजिर न होने के चलते बैठक की अगली तिथि दो जुलाई 2017 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया। बैठक में एएसपी के अलावा परामर्श केंद्र के सदस्यगण सर्वेश दूबे, अर्चना उपाध्याय, विनोद कुमार सिंह, डा. एमए खान के अलावा महिला आरक्षी पुष्पा गुप्ता और जलसा यादव ने योगदान दिया। इस मौके पर काफी संख्या में पक्षकार और उनके परिजन उपस्थित रहे।