यशपाल सिंह
आजमगढ़। निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहां स्थित अंडा उत्पादन की फैक्ट्री पर कार्यरत मजदूर की नृशंस हत्या को लेकर क्षेत्र में कयासों का बाजार गर्म है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि रात में मृत मजदूर का गला रेता जा रहा हो और इसकी आहट बगल में सोए मजदूरों को न हो पाए, यह समझ से परे है।
हत्यारों ने बेरहमी की पराकाष्ठा को पार करते हुए रामजतन के गर्दन व पेट पर धारदार हथियार से प्रहार किया था। जिसके कारण मृतक की आंतें पेट से बाहर निकल कर फट चुकी थी। उसकी चारपाई पर अधपचा भोजन फैला हुआ था। लोगों का कहना है कि जानवरों की मानिंद इंसान का गला रेतना और बगल में सोए लोगों को इसकी जानकारी न हो पाना सवालिया निशान खड़ा करता है।
चर्चा के अनुसार घटना के चार दिन पूर्व फरिहां गांव के दो युवक नशे की हालत में फैक्ट्री पर पहुंचे और मजदूरों के साथ बवाल काटा। मजदूरों ने इसकी सूचना फैक्ट्री के प्रबंधक नदीम को दी। सूचना पाकर दूसरे पोल्ट्री फार्म पर मौजूद प्रबंधक नदीम अपने एक सहयोगी के साथ मौके पर पहुंचे और वहां बवाल कर रहे युवकों को कड़ी फटकार लगाते हुए वहां से भगाया।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने फरिहां गांव में छापेमारी कर चार दिन पूर्व विवाद करने वालों में एक युवक को दबोच लिया। जबकि दूसरे युवक का भाई पूछताछ के लिए उठाया गया है। विवाद करने वाला युवक पुलिस की छापेमारी के दौरान घर पर नहीं मिला। उधर सिधारी थाना क्षेत्र के हेंगापुर ग्राम निवासी मृतक के परिजन और गांव के लोग इस घटना से हैरान हैं. परिवार की आजीविका चलाने के लिए रामजतन अंडा उत्पादन की फैक्ट्री शुरू होने के समय वहां पर काम करने लगा था। परिजनों के अनुसार उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। ऐसे में रामजतन की नृशंस हत्या कैसे हूई