(नगर के कूड़े से पाटे जा रहे हैं तालाब! तालाबो पर बढ़ रहा है अतिक्रमण/अबैध कब्जा)
शाहजहाँपुर,तिलहर :- देश की आजादी की दास्ताँ बने आवासीय क्षेत्रो में स्थापित तालाब अब नगर के कचरे से लगातार पाटे जा रहे हैं! रिहाईशी क्षेत्रो में विभिन्न नामो से नामी तालाबो के पटने और उन पर प्लाटिंग होने से क्षेत्र की फिज़ा खराब हो रही है!
प्रदेश सरकार द्वारा तालाबो की सफाई के नाम पर करोड़ो का खर्च दिखाया जा रहा है लेकिन स्थिति इसके बिल्कुल बिपरीत है! नगर स्थित विभिन्न तालाबो को नगर के ही कूड़े से पाट कर धरती पर इमारते खड़ी नज़र आने लगी! नगर स्थित दर्जन भर तालाबो में अब दयनीय हालत में पीरगैब तालाव एवं पक्का तालाब नामक दो तालाब देखने को मिलते हैं! नगर के मोहल्ला उम्मरपुर स्थित विभिन्न तालाबो में नगर का ही कूड़ा डालवा कर पटवा दिया गया और अब उन पर जम कर अतिक्रमण नज़र आता है! मा० उच्च न्यायालय के एक आदेशानुसार वर्तमान में तालाब दिखने बाले को पाटना अपराध है लेकिन इसके बाद भी नगर के कई तालाब पट कर अपना बूजूद तक खत्म कर चुके हैं! तालाबो के पटने से जहाँ हरियाली पूरी तरह खत्म होती दिख रही है तो वहीं अब तालाबो के स्थानो पर अतिक्रमण/अबैध कब्जा कर मानवीय इमारतो का मोहल्ला(कालोनी) बसा नज़र आता है!
माना जाता है कि प्रति वर्ष सफाई के नाम पर लाखो खरचने के बाद भी पीरगैब तालाब वर्षो से अपनी दयनीय हालत पर आँसू बहा रहा है! तालाबो पर तेजी से बढ़ते अतिक्रमण को प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार की बचा पाने में असफल नज़र आ रही है!
सूत्र बताते हैं कि नगर के विभिन्न तालाबो का पटान कराने तथा पटने के बाद उन पर रिहाईशी प्लाट बना कर बिकबाने तहसील एंव पालिका प्रशासन की मुख्य भुमिका नज़र आ रही है! दशको पहले नगर के नाले,नालियों पर अतिक्रमण/अबैध कब्जो को रोकने में असफल पालिका प्रशासन तालाबो को किस प्रकार बचा पाएगा यह चिंतन और मंथन का विषय है! शासन प्रशासन ने समय रहते गंभीरता से कोई सख्त कदम नही ऊठाया तो वह दिन दूर नही जब जानबरो सहित इंसानो को भी पानी नसीब नही होगा!