गोपाल जी
सूचक को धमकाने पर डीआइजी विकास वैभव ने कार्यालय में तैनात सिपाही (स्टिक ड्यूटी) रुपेश कुमार को गुरुवार को निलंबित कर दिया। दरअसल, विक्रमशिला सेतु पर किसी व्यक्ति ने दिनदहाड़े अवैध वसूली की शिकायत डीआइजी से की। इस बात की जानकारी जब टी.ओ.पी. पर तैनात पदाधिकारी को हुई तो उसने सूचक का पता लगाने के लिए रुपेश से संपर्क किया। इसके बाद रूपेश ने ही अवैध वसूली की शिकायत करने वाले व्यक्ति को धमकी देते हुए कहा कि क्यों टीओपी को बदनाम करते हो। इसकी शिकायत सूचक द्वारा डीआइजी को की गयी। उन्होंने तत्काल सिपाही को निलंबित कर दिया।
छुट्टी पर है सिपाही
डीआइजी कार्यालय में तैनात सिपाही रुपेश अभी छुट्टी पर है। बावजूद इसके सिपाही ने सूचक को अपने मोबाइल से धमकाया। इस कारण यह बात भी स्पष्ट होता है कि वाहनों से वसूली के धंधे में इसका साठगांठ भी है। साथ ही संदिग्ध आचरण दर्शाता है। रूपेश पर गोपनीय सूचना लीक करने का भी आरोप है। निलंबन की अवधि में इसका मुख्यालय बांका पुलिस केन्द्र होगा।
अवैध वसूली की शिकायत पर जांच का दिया था निर्देश
डीआइजी ने पुल पर अवैध वसूली की शिकायत पर सिटी डीएसपी सहरियार अख्तर को मामले की जांच की जिम्मेवारी दी थी। जांच में ट्रैफिक थानेदार रंजन कुमार भी हैं। हालांकि उन्होंने बताया कि पुल पर वसूली वहां लगे सीसी कैमरे में कैद हो गयी है। जिसकी विडियो सीडी सूचक ने एसएसपी को उपलब्ध करा दी है। वे अब इस मामले में आगे की कार्रवाई करेंगे। गौरतलब हो कि सूचक कोई ट्रक मालिक था। उसने ही शिकायत की थी कि पुल पर चार सिपाही और एक एएसआइ प्रति ट्रक एक सौ रुपये वसूल रहे थे।