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दीक्षा की जगह घूस लेते हुये पकड़े गए प्रोफेसर , दो गिरफ्तार।

लखनऊ। वीनस दीक्षित।

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विपिन सक्सेना व उनके ऑफिस असिस्टेंट विजय द्विवेदी को सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दे कि दोनों पर  संगिन आरोप है। सूत्रों के अनुसार, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में 28 संविदा शिक्षकों का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो गया। प्रोफेसर विपिन सक्सेना ने अपनी उच्च पद का फायदा उठा कर सविंदा शिक्षकों को उनके कार्यकाल बढ़ाने का प्रतिलोभन दिया और उसके लिये प्रत्येक शिक्षक से 50 हजार लेने की मांग रखी।

कम्प्यूटर साइंस विभाग के डीन व प्रोफेसर इंचार्ज रिक्रूटमेंट सेल प्रो. विपिन सक्सेना ही इन शिक्षकों की संविदा बढ़ाने के लिए अधिकृत हैं। ऐसा आरोप है कि उनके ऑफिस असिस्टेंट विजय  द्विवेदी जरिये संविदा शिक्षकों से पचास हजार की मांग कर रहे थे।किसी व्यक्ति के द्वारा  सूचना सीबीआई के  एंटी करप्शन ब्रांच को दी गई।
सीबीआई ने विजय द्विवेदी  को 50 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। विजय द्विवेदी अपनी सफायी में कहा है कि वो पैसे प्रोफेसर के कहने पर ले रहा था। सीबीआई के एसपी प्रणव कुमार ने बताया कि शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने ऑफिस असिस्टेंट विजय द्विवेदी को 50 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उसने बताया कि वह यह पैसा प्रोफेसर विपिन सक्सेना के कहने पर ले रहा है। इसके बाद सीबीआई ने प्रोफेसर विपिन सक्सेना को भी गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने दोनों के खिलाफ केस पंजीकृत कर कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरसी सोबती कहते हैं कि प्रोफेसर व असिस्टेंट को कौन ले गया है इसकी जानकारी नहीं है। प्रोफेसर विपिन सक्सेना के खिलाफ किसी भी शिक्षक ने कोई शिकायत नहीं दी थी। इस मामले की जांच करवा रहे हैं। सीबीआई की टीम देर रात प्रोफेसर विपिन सक्सेना व विजय द्विवेदी को लेकर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय पहुंची।
वहां पर सीबीआई की टीम दोनों से एक बंद कमरे में पूछताछ करती रही। सीबीआई ने यहां से कुछ जरूरी कागजात भी अपने कब्जे में लिए हैं। दोनों को विश्वविद्यालय लाने से परिसर में खलबली मच गई है। सीबीआई की राडार में कई और शिक्षक व कर्मचारी संविदा शिक्षकों की संविदा अवधि बढ़ाने के नाम पर 50-50 हजार रुपये की घूस लेने के मामले में सीबीआई को इन दोनों से कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। इसी जानकारी के आधार पर सीबीआई के रडार पर दो-तीन शिक्षक व कर्मचारी और आ गए हैं। सीबीआई इनके खिलाफ सबूत जुटा रही है। सबूत हाथ लगते ही इनके खिलाफ भी सीबीआई कार्रवाई कर सकती है।
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  • बुरे काम का बुरा नतीजा।हा, भाई सीबीआई हा,शिक्षकगण,हा, पत्रकार जी हाँ, जनता जनार्दन।

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