नीरज परिहार
आगरा-पिनाहट । वन विभाग कीी कड़ी चौकशी के बाद भी चम्बल नदी से अवैध बालू खनन का गोरखधंधा नहीं रुक रहा है और खनन माफिया लगातार वन कर्मियों को अपना निशाना बना कर जानलेवा हमले कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार चंबल क्षेत्र में बीहड़ से पुलिस और वन विभाग द्वारा पिछले एक माह से अवैध बालू खनन रोकने के लिये छापा मार कार्यवाही की जा रही है ।छापामार कार्यवाही में वन विभाग को सफलता भी मिल चुकी है ।लेकिन चम्बल नदी से अवैध खनन करने वालों के हौंसले कम होने के बजाय बुलंद होते जा रहे हैं । और खनन माफिया खनन रोकने वाली वन विभाग की टीम को अपना निशाना बनाकर हम लाख कर रहे हैं।वन विभाग कर्मियों पर अवैध बालू खनन करने वाले खनन माफियाओं ने एक माह में पाँच वार जान लेवा हमला बोल चुके हैं । मामला थाना मंसुखपुरा क्षेत्र के गाँव बरैन्डा का है ।रविवार शाम को ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी कि वरैन्डा के चम्बल नदी से दो ट्रेक्टर अवैध बालू खनन कर रहे हैं ।सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम चम्बल नदी के किनारे पहुँच गई । और बालू से भरे खनन माफियाओं के ट्रैक्टरों को घेरा बंदी कर पकड़ने का प्रयास। बालू से भरे ट्रैक्टर ट्रॉलियों पकड़े जाने के डर से खनन माफियाओं ने वन कर्मियों पर ट्रेक्टर चढ़ाकर रौंदने का प्रयास किया जिस पर वन कर्मियों ने बिहार में कूदकर भास्कर जान बचाई।वन विभाग की टीम ने बालू से भरे भाग रहे दोनों ट्रेक्टरो को पकड़ने पीछा किया तो खनन माफिया के गुर्गों ने वन विभाग की टीम पर लाठी डंडों हमला बोल दिया और जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। जिसमें हमले से वनकर्मी गौरव सिंह और चन्द्र भान घायल हो गये वन कर्मियों घटना की जानकारी कंट्रोल रूम और थाना मंसुखपुरा पुलिस को दी ।सूचना पर पुलिस के पहुंचने से पहले खनन माफिया अपने बालू से भर ट्रैक्टरों को लेकर राजस्थान केे धौलपुर राजा खेडा की तरफ़ बीहड़ के रास्ते भाग गये । वहीं बीट प्रभारी गौरव सिंह चौहान ने थाना मंसुखपुरा में खनन करने वाले आकाश पुत्र एवरन सिंह निवासी नांद का पुरा और जितेंद्र पुत्र सुरेश सिंह निवासी प्रजा पुरा के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत व हमले की तहरीर दी है।