जब कि असहाय छतविहीन परिवारो का नाम बरीयता क्रम मे अपात्रो के नीचे रखा गया है जिसकी शिकायत ग्रामीणो द्वारा अधिकारियो से की जा रही है लेकिन सम्बन्धित कर्मचारियो और अधिकारियो द्वारा नियमानुसार बरीयता क्रम न तैयार करके प्रधानो के मनानुसार सूची तैयार कर अपात्रो को आवासीय लाभ पहुंचाने का प्रबल प्रयास किया जा रहा है बीडीओ समेत ब्लाककर्मियो की मनमानी के चलते आवासविहीनो का आवास पाने का सपना पूरा होता नही दिख रहा है।
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