दरिंदगी की इन्तहा – पीडिता के प्राइवेट पार्ट पर लगे 2 दर्जन से अधिक टांके
गोपाल जी.
भागलपुर. घर से निकली किशोरी को अगवा कर अपराधियों ने गैंग रेप किया। उसके बेहोश होने पर उसे ट्रेन में चढ़ा लिया। वहां भी दरिंदों ने गैंग रेप कर चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। इस दौरान उसके साथ हैवानियत की वो इन्तहा पार कर दिया गया जिसने दिल्ली के निर्भया कांड की याद ताजा कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार लखीसराय के चानन थाना क्षेत्र की रहने वाली एक नाबालिग लड़की शौच के लिए घर से बाहर निकली थी। आरोप है कि वहां से उसे मृत्युंजय कुमार उर्फ भोथी एवं संतोष कुमार ने अपहृत कर लिया तथा एक खेत में ले जाकर गैंग रेप किया। वारदात के दौरान उनके और साथी भी आ गए। लड़की ने बताया कि उसके साथ सात-आठ हैवानों ने दरिंदगी की, जिनमें दो को वह पहचानती है।
बताया जाता है कि गैंग रेप के दौरान लड़की बेहोश हो गयी तो दरिंदे उसे निकटवर्ती वंशीपुर स्टेशन पर ले गए। वहां दरिंदों ने उसे मौर्य एक्सप्रेस की एक बोगी में चढ़ाकर फिर गैंग रेप किया। इसके बाद लड़की को किउल स्टेशन पर ट्रेन से नीचे फेंक अपराधी भाग गए। लड़की शुक्रवार की सुबह किउल में गंभीर हालत में मिली। वह बेहोश थी और उसके शरीर की कई हड्डियां टूटी मिलीं। प्राइवेट पार्ट में गंभीर जख्म का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसमें दो दर्जन से अधिक टांके लगाए गए हैं। फिलहाल, उसका इलाज भागलपुर में चल रहा है।
लखीसराय के एसपी मामला गैंग रेप का नहीं है
परिवार वालो की पिटाई से हुवे लड़की को ज़ख्म – एस पी लखीसराय
घटना का एक पहलू यह भी है कि पुलिस पूरे मामले को लव अफेयर का रंग देने में लग गई है। लखीसराय के एसपी के अनुसार यह गैंग रेप का मामला नहीं है। लड़की के जख्मों को वे परिवार वालों की पिटाई के कारण हुआ बता रहे हैं। लेकिन, लड़की के प्राइवेट पार्ट के जख्म भी क्या पिटाई के कारण हुइ, यह पूछने पर वे चुप्पी साध ले रहे हैं। एसपी के अनुसार लड़की का आरोपी संतोष से प्रेम संबंध रहा है।