प्रदीप चौधरी
गोरखपुर- कहा जाता है अगर सत्ता की हनक हो तो कुछ भी हो सकता है। राजनीति मे कोई किसी का नही जिसकी डफली उसका राग। यहाँ दोस्त कब दुश्मन बन जाए और दुश्मन कब दोस्त कहा नहीं जा सकता। ऐसा ही कुछ हुआ गोरखपुर के प्रसिद्ध होटल चौधरी स्वीट हाउस के साथ। पिछले 8 जून को जीडीए द्वारा पार्किंग को लेकर की जा रही कार्यवाही में गोरखपुर के मशहूर होटल चौधरी पर कार्यवाही करते हुए उसके शटर को सील कर दिया गया था। जिसकी खबर Pnn24 ने प्रमुखता के साथ यह नियम कानून की बयार है या सत्ता की मार शीर्षक से चलाया था।
जिसके बाद ये गोरखपुर ही नही बल्कि आस पास के क्षेत्र के लिए भी चर्चा का विषय बन गया था। अब यह मामला एक बार फिर चर्चा का विषयय बन गया है। हुवा यह है कि नियम कानून के पेच से सील हुए होटल का सटर फिर खुल गया है। सत्ता, सम्बन्ध और कम्प्रोमाइज के खेल मे नियमो द्वारा लगाई गई सील को तोड़ दिया है. और चौधरी स्वीट हाउस फिर से खुल गया है.
गोरखपुर दौरे पर आए सीएम योगी से होटल के मालिक भीष्म चौधरी ने मुलाकात की और पूरी जानकारी दी और बताया कि होटल के सामने दो पहिया वाहन के लिए पार्किंग और सामने गली में चार पहिया वाहन की पार्किंग है। फिर भी जीडीए ने उनके होटल के रेस्तरां को सील कर दिया। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी जी ने जीडीए के उपाध्यक्ष ओ.एन. सिंह को बुलाया और इस कार्यवाही पर डाँट लगाते हुए सील खोलने का आदेश दिया।। जिसके बाद जीडीए की टीम ने होटल चौधरी का सील तोड़ दिया।
अब सवाल यह आता है कि चौधरी होटल आज नया तो खुला नही बर्षो से चल रहा है। इतने बड़े प्रतिष्ठान का मालिक काफी रसुख और पहचान रखता होगा। फिर ऐसा क्या था कि कितनी ही सरकारें देख चुका यह होटल पहले नियम कानून का डंडा दिखा बंद किया जाता है और फिर मुख्यमंत्री महोदय से एक सरल मुलाकात के बाद खोल दिया जाता है।
खैर मामला कुछ भी रहा हो अब सील खुलने के बाद होटल के मालिक अपनी कमाई से खुश है। जनता फिर से चौधरी के स्वाद से खुश है। कितने लोग किस से खुश है ये कौन जाने. प्रदीप कि किस बात से हमारे सरकार खुश है।