अनंत कुशवाहा/ अम्बेडकरनगर
जिला मुख्यालय पर जाम नालियां यहां रहने वाले लोगों के लिए मुसीबत खडी कर सकती है। नालियों की सफाई न होने से पानी निकल नहीं पा रहा है। पूर्व में हुई हल्की सी बरसात में नगर पालिका की हकीकत को खोल दिया था। जहां पानी नालियों में बहने के बजाय सडकों पर जमा हुआ था। ऐसे में यदि मानसूनी बरसात होती है तो लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है। सूत्रों की माने तो नालियों की सफाई के लिए बरसात के पूर्व जो बजट आया था सफाई किये बगैर ही उस बजट का बंदरबांट कर लिया गया।
जून महीने का आखिरी पखवारा चल रहा है। ऐसे में मानसून कभी भी दस्तक दे सकता है। पूर्व के वर्षो की भांति इस बार भी नगर पालिका प्रशासन ने उसे सबक नहीं लिया। हल्की सी बरसात में भी नालियों की जाम हो जाने से गंदा पानी या तो लोगों के घरों में जाने लगता है या फिर गलियों व सडकों पर इकट्ठा हो जाता है। ऐसे में लोगों की परेशानियां लगातार बढनी शुरू हो जाती है। एक तो पानी इकट्ठा होने से विभिन्न संक्रामक बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। तो वहीं दूसरी ओर उसकी गंध से लोगों का रहना मुस्किल हो जाता है। यह हाल एक दो वार्डो का नहीं बल्कि नगर पालिका के लगभग सभी वार्डो का है जहां जोक नालियों की वजह से लोगों को लगातार परेशानियां उठानी पडती है। ऐसा नहीं है कि लोग उसकी शिकायत नहीं करते शिकायत तो करते है लेकिन जिम्मेदार द्वारा उस पर ध्यान नहीं दिया जाता। वर्तमान में स्थिति यह बन गयी है कि बजबजाती नालियां जिला मुख्यालय पहचान बनती जा रही है। अभी हाल ही में हुई हलकी सी बरसात में नगर पालिका की पोल पूरी तरह खुल कर सामने आ गयी। जहां पानी बहने के बजाये सडकों व गलियों में इकट्ठा हो गया। वैसे तो नगर पालिका प्रशासन द्वारा इससे निपटने की बात तो खूब कही जाती है लेकिन हकीकत में वह कही दिखाई नही पडता। वहीं विश्वस सूत्रों की माने तो नालियों की सफाई के लिए जो बजट आया था सफाई किये बगैर ही उस बजट का बंदर बाट कर लिया गया। इस विषय में जब नगर पालिका अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नालियों की सफाई के लिए पूरा प्रबन्ध किया जा चुका है अति शीघ्र सफाई शुरू करायी जायेगी। उन्होंने बजट में हुए बंदरबाट से इंकार किया।