सुलतानपुर – कादीपुर से हरिशंकर सोनी की रिपोर्ट
सुल्तानपुर : जिले के कादीपुर तहसील के हलका लेखपाल देव नारायण मिश्रा द्वारा सत्तर वर्षीय फरियादी की बेरहमी से पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सत्तर वर्षीय राजमणि मौर्या द्वारा नाली व खंडजा बनवानें का प्रार्थना पत्र संबधित अधिकारियों को काफी समय से दिया जा रहा था लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। इस बीच तहसील दिवस के मौके पर नाली व खंडजा कई प्रार्थना पत्र देने के बावजूद न बनवाए जाने के बारे में एक शिकायती प्रार्थना पत्र राजमणि मौर्या नें दे दिया, जिसकी जॉच लेखपाल देव नारायण मिश्रा कर रहे थे।
बुजुर्ग राजमणि मौर्या का आरोप है कि अचानक लेखपाल ने उनको फोन करके राजस्व निरीक्षक के सरकारी दफ्तर आने को कहा। वहॉ पहुँचनें पर लेखपाल देव नारायण बुजुर्ग पर उनके द्वारा तहसील दिवस पर दिए गये शिकायती प्रार्थना पत्र पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाने लगे, मना कर देने और वापस लौटने का प्रयास करने पर बुजुर्ग के साथ लेखपाल और उनके कुछ सहयोगियों नें अभद्रता की, यहॉ तक की मामले को निस्तारित दिखानें के लिए राजमणि मौर्या की आवश्यक हस्ताक्षर लेने के लिए उनके साथ गाली-गलौच की गयी। इसके बावजूद न मानने पर सत्तर वर्षीय फरियादी के साथ बुरी तरह मारपीट की गई।
अपनें साथ हुई घटना की तहरीर लेकर राजमणि मौर्या जब कोतवाली गए तो उनकी तहरीर तो ले ली गई लेकिन न प्राथमिकी दर्ज हुई न घायल वृद्ध का जरूरी मेडिकल मुआयना ही कराया गया। कई दिन कोतवाली का चक्कर काटने के बाद चुस्त-दुरुस्त योगी आदित्यनाथ सरकार की इमानदार पुलिस से जब बुजुर्ग का मोहभंग हुआ तो कोतवाली इंस्पेक्टर की शिकायत करने के लिए राजमणि मौर्या ने पुलिस अधिक्षक को फोन किया लेकिन कप्तान साहब नें सीयूजी नंबर पर आने वाली कॉल को रिसीव नही किया।
केवल नाली व खंडजा के लिए सरकारी मशीनरी से पिटे राजमणि मौर्या नें फिर भी हार नही माना, और उन्होने डीआईजी फैजाबाद से संपर्क किया, यहॉ भी फोन पर पहले बुजुर्ग का अच्छे से पुलिसिया स्वागत हुआ लेकिन बूढ़ी हड्डी ने हार नही माना और अतत: डीआईजी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने देव नारायण लेखपाल व सहयोगियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली।
वही रिपोर्ट दर्ज हो जाने के पश्चात जब मीडिया कर्मी लेखपाल महोदय से उनका पक्ष जानने पहुँचे तो देव नारायण मीडिया से कन्नी काटते नजर आये।