राजू आब्दी
झाँसी। थाना नवाबाद अंतर्गत झांसी के वरिष्ठ डॉक्टर के यहां चोरों ने धावा बोलकर करीब ढ़ाई लाख रुपए की नकदी और 4 लाख रुपए से ज्यादा के गहने साफ कर दिए। हैरानी की बात तो यह है की घटना के 2 दिन बीत जाने के बावजूद थाना नवाबाद दीपक मिश्रा ने FIR तक दर्ज नहीं की।
मामला झांसी के थाना नवाबाद अंतर्गत वीरांगना नगर का है जहां डॉक्टर प्रशांत दीक्षित अपने परिवार के साथ किराए के मकान पर रहते हैं। डॉ. दीक्षित ने बताया कि वह रविवार को उरई गए थे जब देर शाम वह घर लौटे तो उनके घर में रखी अलमारी खुली थी और सामान चारों तरफ बिखरा हुआ था। डॉ दीक्षित के घर पर रखे अपने नकद रुपए और जेवरात देखे तो वह गायब मिले। डॉ दीक्षित ने इसकी शिकायत तुरंत थाना नवाबाद पुलिस चौकी की। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मौके की जांच के बाद फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को भी बुलाया। डॉ दीक्षित ने अज्ञात चोरों के खिलाफ थाना नवाबाद में तहरीर दी।
हैरानी देखिए कि घटना के 2 दिन बीत जाने के बावजूद भी नवाबद पुलिस ने घटना के संबंध में कोई भी FIR दर्ज नहीं की। इस संबंध में डॉ दीक्षित ने नवाबाद पुलिस से FIR दर्ज करने को कहा तो नवाबाद पुलिस आनाकानी करने लगी। गौरतलब है कि थाना नवाबाद एस.सो दीपक मिश्रा इससे पहले भी कई मामलों में घटना को दबाने की कोशिश करते रहे हैं और पीड़ित को ही फर्जी बताकर थाने से भाग देते है। इतना ही नहीं नवाबाद पुलिस जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से दर्ज होने वाली शिकायतों को भी फर्जी बताकर शासन को गुमराह कर पीड़ितों को दर-दर भटकने के लिए मजबूर कर देते हैं।
दरअसल उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध के आंकड़ों ने सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। जिसके चलते शासन ने जिला स्तर पर अपराध की रोकथाम के लिए जरूरी और आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा है। ऐसे में थानों में बैठे दरोगा अपराध पर नियंत्रण तो नहीं पा पा रहे लेकिन पीड़ितों को ही थाने से भगाकर अपराध की आंकड़ेबाजी में अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश में लगे हैं।