शबाब ख़ान
वाराणसी:
काशी को उसका हेरिटेज लुक देने के लिए पूरे शहर में ऐसी स्ट्रीट लाईट लगाई
जा रही है जो एडवांस टेक्नॉलाजी की तो है लेकिन काले और सुनहरे रंग के
खंबे एक तरह का राजसी टच देते है। हेरिटेज पोल को लगाने की ज़िम्मेदारी
ईईएसएल कंपनी को दी है। कंपनी संविदा के आधार पर कर्मचारियों से पोल लगवाने
का कार्य तेजी से करा रही है। आज
शाम आदमपुर थानाक्षेत्र के भदँऊ क्षेत्र में राजघाट गैस ऐजेंसी के ठीक
सामनें पॉच कर्मचारी सिमेण्ट प्लेटफार्म में लगे नट में खंभे को सीधा खड़ा
करके बोल्ट से कसने की प्रक्रिया में थे। कर्मचारियों नें ध्यान नही दिया
कि ऊपर से 11000 वोल्टस का हाई टेंशन तार ग़या है।
पॉचों
कर्मचारियों नें जैसे ही खंभे को सीधा खड़ा किया, वो 11000 वोल्ट के तार
के संपर्क में आ गया। पॉचों कर्मी बुरी तरह से झुलसकर वही तड़पनें लगे।
ईलाकाई लोगो नें तुरन्त आदमपुर थाने फोन करके घटना की जानकारी दी, जिससे
आदमपुर थाने के कार्यवाहक प्रभारी मौके पर पहुँचे और कर्मचारियों को
मण्डलीय अस्पताल के लिए रवाना किया। जिनमें से दो कर्मीयो विपिन कुमार और
तेजराम की रास्ते में ही मृत्यु हो गई। जिसकी अाधिकारिक पुष्टि मण्डलीय
अस्पताल के डॉक्टरों नें कर दी।
बाकी
के तीन कर्मी राम सजीवन, महेश और धीरज कुमार को अस्पताल के बर्न वार्ड में
रखा गया है, जिसमें से महेश की हालत गंभीर बनी हुई है। ईईएसएल के
अधिकारियों से देर रात तक संपर्क करनें की कोशिश जारी थी लेकिन समाचार
लिखते समय तक किसी अधिकारी से संपर्क की सूचना नही थी। ध्यान
देने वाली बात यह है कि विद्युत पोल लगवाने वाली कंपनी नें नियमानुसार
संविदा कर्मियों को सेफ्टी किट उपलब्ध नही कराई है। कर्मचारियों के सर पर न
तो हेटमेट देखी गई है, न ही उनके हाथों में रबर के दस्ताने, न रबर के
जूते। ऐसे में इस दर्दनाक घटना की ज़िम्मेदारी पूरी तरह से ईईएसएल कंपनी की
बनती है।