शबाब ख़ान
वाराणसी :
गुड्स एण्ड सर्विस टैक्स यानि जीएसटी प्रणाली के कई प्रावधानों से
व्यापारिक संगठन सहमत नहीं हैं। इसके विरोध में बनारस बंद के तहत शुक्रवार
को व्यापारियों ने दुकानें बंद रखी। बनारस की मंडियों से पूरे पूर्वाचल और
सीमावर्ती बिहार का व्यापार चलता है जोकि आज पूरी तरह ठप रहा। कपड़ों का
कारोबार नहीं हुआ।
मॉल
और शोरूम पर भी बनारस बंद का मिलाजुला असर दिखाई दिया। बंदी के चलते
शनिवार को छह सौ करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ। जीएसटी में
गड़बड़ी पर कारोबारियों को जेल का विरोध, इसके सरलीकरण की मांग समेत अन्य
संगठनों की ओर से अलग-अलग सामग्रियों पर टैक्स लगाने का विरोध किया गया।
कारोबारियों
ने जगह-जगह प्रदर्शन किया। जुलूस निकाले और केंद्र सरकार विरोधी नारे
लगाए। वित्त मंत्री का पुतला फूंककर नाराजगी जताई। इस दौरान थोक गल्ला मंडी
विशेश्वरगंज की अधिकांश दुकानें बंद रहीं। मैदागिन,
बुलानाला, नीचीबाग, चौक, ठठेरी बाजार, गोविंदपुरा, कुंजगली, रेशमकटरा,
ज्ञानवापी, बांसफाटक, गोदौलिया, दशाश्वमेध, जंगमबाड़ी, लक्सा, नई सड़क,
लोहटिया, चेतगंज, गोला दीनानाथ मंडी, कचौड़ी गली, सरैयां, लोहता, मंडुवाडीह
क्षेत्र की दुकानों के शटर नहीं उठे।
वाराणसी
व्यापार मंडल व इससे संबद्ध काशी बिस्कुट एंड कंफेक्शनरी व्यापार मंडल,
युवा व्यापार मंडल ने सिगरा पेट्रोल पंप के समीप प्रदर्शन किया। वाराणसी
व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने कहा कि नोटबंदी की तरह जीएसटी
भी बिना तैयारी के सरकार ने थोप दिया है।