रामपुर (बिलासपुर) कानून अपने हाथ मे लेने और भीड़ द्वारा सड़क पर ही सज़ा दे डालने की घटनाएं बढ़ती जा रही है, ऐसी घटनाओं से प्रधान मंत्री भी चिंतित हैं और कानून हाथ मे लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार को नसीहत दे चुके है लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस कानून अपने हाथ मे लेने और मारपीट करने वाली भीड़ के खिलाफ़ कार्रवाई करने के स्थान पर खुद ही भीड़ का हिस्सा बन सडक़ं पर ही आरोपी को सज़ा देने लगे तो फिर यह घटनाये कैसे रुकेंगी।
ताज़ा मामला है रामपुर की कोतवाली बिलासपुर का जहां पेट्रोल पम्प पर डीज़ल लेने रुके ट्रक के ड्राइवर ने अपने पैसे और मोबाइल चोरी होने का अरोप लगाय। सीसीटीवी रिकार्डिंग में ट्रक पर युवक को चढ़ते दिखाई दिया। ट्रक ड्राइवर ने पीछा कर के थ्री व्हीलर से जा रहे युवक को दबोच लिया फिर भीड़ ने उसे जमकर पीटा।
भीड़ द्वारा जमकर मार पीट करने के बाद पुलिस को बुलाकर आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया । मौके पर पहुंचे दरोगा जी ने बिना कोई जांच किये और दोष सिद्ध हुए ही सड़क पर ही आरोपी युवक के साथ खुद भी वही सब कुछ करने लगे जो भीड़ पहले ही कर चुकी थी. वीडियो में देखिये दरोगा जी किस प्रकार से गालियों से नवाजते हुवे युवक को बाल पकड़ कर थप्पड़ रसीद कर रहे है और अमानवीय तरीके से उस आरोपी को बालो से घसीटते हुवे लेकर जा रहे है. दरोगा जी भले इसको अपनी बहादुरी का तमगा दे मगर तस्वीरे कुछ और ही बयान कर रही है. तस्वीरों के मुताबिक यह शर्मनाक व्यवहार कहलाता है।
अब आप इस तस्वीर के केसरिया घेरे में युवक को देखे. कैसे बहादुर बनते हुवे डंडा लेकर खड़ा है और आरोपी को पीटना चाहता है. दरोगा जी इसका काम तो खुद कर रहे है तो इसको अपनी बहादुरी दिखाने का मौका नहीं मिल पा रहा है. देखिये युवक के हाथ में लाल घेरे में इस डंडे को. अब आप खुद सोचिये नियमो के तहत दरोगा जी को कानून अपने हाथ मे लेने वाली भीड़ के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए था लेकिन वो खुद ही भीड़ का हिस्सा बन गये और सड़क पर सबके सामने ही आरोपी को सजा देते हुवे कूट दिया साथ ही कैमरे में कैद भी हो गए, फिर भी अपनी कार्रवाई को ठीक वताने में जुटे है।
अब एक बड़ा सवाल है कि एक भीड़ तंत्र के बल पर कानून अपने हाथो में लेने की एक परंपरा जैसे शुरू हो चुकी है, भीड़ द्वारा मार पीट कर पुलिस कों सोंपे गये युवक को पुलिस द्वारा भी पीटे जाने से जो परंपरा आरम्भ होगी उसके बाद कानून अपने हाथ मे लेने वाली भीड़ को भला कौन रोकेगा ?