रॉबिन कपूर
फर्रुखाबाद : कल आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला शिक्षामित्रो ने गले उतरता नज़र नही आ रहा है । आज सुबह होते ही जिले शिक्षामित्र अपनी मर्यादाओं और फर्ज की चिंता किये बिना सड़कों पर उतर गये। सड़क से लेकर रेलवे ट्रेक तक बवाल देखकर शहरवासी सहेमे से नज़र आये। सबसे पहले शिक्षा मित्रों ने जिला अधिकारी कार्यालय को अपना निशाना बनाया।
सुबह से लगातार प्रदर्शन कर रहे शिक्षामित्र जुलुस लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट गेट पर पंहुचे| कलेक्ट्रेट का गेट बंद देख उन्होंने गेट पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. धक्का देकर कलेक्ट्रेट का गेट जबरन खोलकर अंदर नारेबाजी करते हुये दाखिल हुये| बड़ी संख्या में भीड़ जिलाधिकारी कक्ष के बाहर आ गयी| लेकिन गेट पर ताला लटका देख फिर भीड़ सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगी| भीड़ डीएम कक्ष का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गई और कार्यालय में रखा फर्नीचर अस्त व्यस्त कर दिया। इसी दौरान भीड़ ने जिलाधिकारी के नाम वाला बोर्ड भी उखाड़ने का प्रयास किया।
डीएम कार्यालय में बड़ी संख्या में आक्रोशित शिक्षामित्रो को घुसा देख पुलिस अधिकारियो के हाथ पैर फूल गये| सीओ सिटी शरद चन्द्र शर्मा व एएसपी त्रिभुवन सिंह ने समझकर उन्हें बाहर किया| जिसके बाद उन्होंने कार्यालय के बाहर धरना चालू कर दिया| जिसके बाद अफसरों ने मुकदमा लिखने और कार्यवाही करने की चेतावनी दी| तब वह शांत हुये और एसडीएम को ज्ञापन सौपा.
वही शिक्षा मित्रों का दूसरा गुट नेकपुर चौरासी गुमटी पर रेलवे ट्रैक के ऊपर बैठकर नारेबाजी करने लगा।और सड़क को भी जाम कर दिया । सड़क पर वाहनों की लम्बी लाइन लग गयी भीषण धूप और गर्मी मै स्कूली छात्र व राहगीर परेशान नज़र आये । आखिर मे जब पुलिस के कड़े तेवर दिखाये तो उपद्रवी शिक्षामित्र मौका पाकर एक एक करके फरार हो गये।
बढ़ते बवाल को देखते हुए जिला प्रशासन ने बीएसए कार्यालय से शिक्षामित्रों की उपस्थिति तलब की है। जो शिक्षामित्र विधालय से अनुपस्थित पाया जायेगा उस पर कठोर विभागीय व कानूनी कार्यवाही की जायेगी ।