(जावेद अंसारी)
विधानसभा में विस्फोटक मिलने की खबर के बाद से विधान भवन की सुरक्षा पर कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं। आज विधानसभा के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लोगों की तलाशी ली जा रही है। एनआईए और एटीएस की टीम जांच में जुटी है।
प्राथमिक जांच के आधार पर कहा जा रहा है कि सुरक्षा में लापरवाही हुई है इसलिए ऐसी घटना सामने आई है। भवन के 100 सीसीटीवी कैमरों में 94 काम नहीं करते हैं। विधानसभा में विस्फोटक मिलने की घटना को यूपी के मुख्यमंत्री ने आतंकी साजिश करार देते हुए इसकी जांच एनआईए से कराने की मांग की थी। योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात कही थी।
यूपी में विस में ऐसी खबर आने के बाद दिल्ली विधानसभा और लोकसभा के बाहर भी सुरक्षा की तफ्तीश की गई। विस्फोटक पाउडर मिलने के मामले में मार्शल की ओर से हजरतगंज थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे की जांच प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को सौंप दी गई। यह मुकदमा भी एटीएस के गोमतीनगर थाने में स्थानान्तरित हो जाएगा। एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि एटीएस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। विधानसभा और आसपास के क्षेत्रों से साक्ष्य एकत्रित किए गए हैं। गवाहों का बयान दर्ज करने के अलावा सीसीटीवी फुटेज का भी परीक्षण किया जाएगा।