समीर मिश्रा.
कानपुर, 20 जुलाई। उर्सला जिला अस्पताल के बतौर सीएमएस के पद पर कार्य करते हुए ईएनटी सर्जन डाक्टर संजीव पर गंभीर आरोप अस्पताल में ही काम करने वाले डाक्टर की पत्नी ने लगाया हैं। तो वहीं डाक्टर पर पैसे लेकर इलाज करने का भी आरोप अब तीमारदारों ने भी लगाना शुरु कर दिया हैं। वही पीडिता डर डर न्याय के लिये भटक रही है और पुलिस उसकी सुनवाई नहीं कर रही है.
उर्सला के ईएनटी सर्जन डाक्टर संजीव पर एक महिला ने छेड़छाड़ का आरोप लगया हैं। महिला का कहना है कि डाक्टर संजीव कुमार उसे बुरी नियत से देखते हैं। साथ ही कई बार छेड़छाड़ की वारदात भी की हैं। लेकिन डाक्टर की दंबगई और एकछत्र राज के चलते वह कुछ बोल नहीं पायी। यहीं नहीं जब उसने इसकी शिकायत अस्पताल में ही तैनात अपने डाक्टर पति से की, तो उन्होंने इस मामले में आरोपी डाक्टर संजीव से माफी मांगने की सलाह दी। महिला का आरोप है कि अपने रुतबे को लेकर डाक्टर संजीव ने उनसे अभद्रता की और कहा कि जो करते बने कर लो, मेरी पकड़ शासन से लेकर कानपुर की पुलिस तक की हैं। महिला के नजरो में यह बात सही उस समय साबित हुई, जब पीड़िता कोतवाली क्षेत्राधिकारी अजीत कुमार सिंह के पास शिकायत लेकर पहुंची. पीडिता का कहना है कि उन्हांने भी अपन हाथ खड़े कर दिये और कहा कि हम उर्सला सीएमएस के खिलाफ कुछ भी नहीं कर सकते हैं। पीड़ित अब न्याय के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही हैं।
वहीं दूसरी तरफ उर्सला में आने वाले मरीजों के तीमादार भी डाक्टर संजीव के खिलाफ हो गए हैं। तीमारदार रामलाल का आरोप है कि डाक्टर ने उनसे इलाज के नाम पर पांच हजार रुपये वसुले है, जो कि सरकारी अस्पताल में इलाज निःशुल्क किया जाता हैं। इस संबंध उर्सला के निदेशक डा. उमाकांत का कहना है कि सीएमएस पर महिला द्वार लगाये गये आरोप गंभीर हैं। हम ऐसे किसी पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकते है, इसके लिए जांच कमेटी गठित की जायेगी उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई होगी।
इनसे वसूले है पैसे गौरतलब सरकारी अस्पताल में इलाज निःशुल्क किया जाता है, लेकिन उर्सला के सीएमएस डॉक्टर संजीव कुमार ने इलाज के नाम पर अपनी जेब भरने का काम किया है, यह बात हम नहीं बल्कि उर्सला में इलाज हेतु आये मरीज़ के तीमारदार, उन्नाव का रहने वाला मोहमद अफसान का आरोप है कि उससे डॉक्टर ने 6 हजार, जाजमऊ निवासी फरहान अहमद से 6 हजार, बांदा के जहाँगीर से 45 सौ रुपए की वसूली की है।