अंजनी राय
बलिया। प्रदेश के सिंचाई सचिव शंभुनाथ ने शनिवार को दूबेछपरा के पास 29 करोड़ की लागत से हो रहे कटानरोधी बचाव कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान कार्य पूरा करने के तय समय सीमा के अंतिम पड़ाव पर चंद मजदूरों के सहारे चल रहे बचाव कार्य पर विभागीय अधिकारियों पर नाराजगी जताई । साथ ही कार्य स्थल पर मजदूरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कहा नदी कभी भी उफान पर हो सकती है, लिहाजा उससे पहले बचाव कार्य पूरा किया जाए। सिंचाई सचिव ने विभागीय अधिकारियों को बंधे के प्वाइंट 650 मीटर पर बन रहे स्पर के उत्तर दिशा के 200 मीटर को अति संवेदनशील बताते हुए अलर्ट रहने की चेतावनी दी।
निरीक्षण के दौरान सचिव (सिंचाई) ने बताया कि बलिया में कटान की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री काफी गंभीर है। यही कारण है कि बजट न होने के बाद भी उन्होंने आकस्मिक निधि से यहां के लिये बनाये गये प्रोजेक्ट के लिये धन अवमुक्त किये। चेताया कि कार्य में किसी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। दोषी पाये जाने पर कार्यवाही तय है। अधिकारियों ने कार्य की धीमी गति का कारण पिछले दिनो से लगातार हो रही बारिश को बताया। सिंचाई सचिव ने अब तक के किये गये बचाव कार्य की बारीकी से निरीक्षण किया। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों से पूछ सत्यापन भी किया। इसके पहले उन्होंने एनएच-31 के सुरक्षा के लिये बनाये गये स्पर संख्या 23 के पास हो रहे बचाव कार्य का निरीक्षण भी किया। यहां पर नदी से एनएच की दूरी मात्र 20 मीटर है। यहां भी अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने को निर्देशित किया। आईएएस के़ बालाजी, एडीएम मनोज सिंघल, अधीक्षण अभियंता एके राय, अधिशासी अभियंता दिलीप कुमार चतुर्वेदी, एसडीओ सीएम शाही, एसडीएम बैरिया राधेश्याम पाठक, तहसीलदार मिश्री सिंह चौहान, नायब तहसीलदार शशिकांत मणि, सहायक अभियंता मुन्ना यादव, प्रशांत गुप्ता मौजूद रहे। कटान की दहलीज पर खड़े केहरपुर के दर्जनों लोगों ने सचिव (सिंचाई) से अपनी व्यथा सुनायी। इस पर उन्होंने ग्रामीणों के साथ गांव के पास नदी से हो रहे कटान का सच अपनी आंखो से देखने के बात अधीक्षण अभियन्ता से यहां के लिये बनाये गये प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी ली। साथ ही विभागीय अधिकारियों को आश्वस्त किया कि यहां के लिये बनाये गये प्रोजेक्ट के अनुसार बचाव कार्य प्रारंभ करें। हम प्रोजेक्ट की स्वीति दिलायेंगे। कहा कि कटान को लेकर मुख्यमंत्री काफी गंभीर है। उनका आदेश है कि नदी से एनएच के बीच के गांवों को भी सुरक्षित किया जाय। ग्रामीणों ने सचिव सिंचाई से नदी के रास्ते बदस्तूर हो रहे अवैध लाल बालू के खेल की भी शिकायत की। अधिकारी ने मौके पर उपस्थित एसडीएम बैरिया से दोषियों के विरुद्घ सख्त कार्यवाही का निर्देश दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से बैरिया पुलिस की मिली भगत से केहरपुर गंगा घाट पर बड़ी नावों के सहारे गंगापार से लाल बालू का खेल चल रहा है। इसमें प्रत्येक दिन दर्जनों ओवरलोड ट्रैक्टर सुघरछपरा-केहरपुर सम्पर्क मार्ग पर फर्राटे भर कर मार्ग को क्षतिग्रस्त कर दिये है। ऐसे में हम पीड़ितों को आपदा के वक्त अपना सामान भी सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।