बलिया। शासनादेश के मुताबिक नव नियुक्त ग्राम पंचायत अधिकारियों को ग्राम पंचायत आवंटन के लिए बीडीओ से प्रस्ताव मांगा गया था, लेकिन एडीओ पंचायत व बीडीओ के प्रस्ताव की अनदेखी कर डीपीआरओ ने खुद ग्राम पंचायत का आवंटन कर दिया है। हद तो यह है कि तत्कालीन एडीओ पंचायत उमेश कुमार सिंह ने दयाछपरा ग्राम पंचायत में शौचालयों में धांधली के आरोप की तहरीर देकर बैरिया थाना में एफआईआर दर्ज करवाया था। अब उसी तत्कालीन एडीओ पंचायत को ग्राम पंचायत का सचिव नियुक्त किया गया है। इसको लेकर ग्राम पंचायत अधिकारियों व प्रधानों में नाराजगी है।
डीपीआरओ कार्यालय से नवनियुक्त सचिवों को ग्राम पंचायत आवंटन के लिए मिले आदेश के बाद बैरिया बीडीओ अवधेश कुमार सिंह व तत्कालीन एडीओ पंचायत उमेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से 19 जून को ग्राम पंचायत अधिकारियों को ग्राम पंचायत का आवंटन करके डीपीआरओ कार्यालय को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन डीपीआरओ राकेश कुमार यादव ने बीडीओ व तत्कालीन एडीओ पंचायत के प्रस्ताव को दरकिनार कर 30 जून को प्रस्ताव के विपरीत ग्राम पंचायतों का आवंटन कर दिया है। बानगी स्वरूप प्रस्ताव में नवनयुक्त ग्राम पंचायत अधिकारी मित्रेश कुमार तिवारी को गोबिंदपुर व उपाध्यापुर दिया गया था, लेकिन प्रस्ताव को दरकिनार कर गोन्हियाछपरा, मानगढ़ व जगदेवा दे दिया गया है। इसी प्रकार अन्य दो ग्राम पंचायत अधिकारियों को भी ग्राम पंचायत आवंटन में प्रस्ताव से इतर ग्राम पंचायत आवंटन किया गया है। अन्य पांच ग्राम पंचायत अधिकारियों को चार-चार ग्राम पंचायत दिया गया है, जबकि तत्कालीन एडीओ पंचायत उमेश सिंह को पांच ग्राम पंचायत दिया गया है। मंगलवार को जब ग्राम पंचायत अधिकारियों को ग्राम पंचायत आवंटन के सम्बंध में जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। एक ग्राम पंचायत अधिकारी ने तो बीडीओ को पत्रक देकर विरोध भी जताया है। बीडीओ अवधेश कुमार सिंह से पूछे जाने पर बताया कि किन्ही कारणवश हमारे व तत्कालीन एडीओ पंचायत द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक ग्राम पंचायतों का आवंटन नही किया गया है। ग्राम पंचायत अधिकारियों की नाराजगी के सम्बंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा।