दिलशेर अहमद (शाहरुख)
बलिया – बेल्थरा रोड के ग्राम फरसाटार प्राइमरी पाठ शाला मे ग्रामिण जनता शिक्षण सेवा संस्थान के तरफ़ से एक आलीशान मुशायरा हुवा जिसमे ग्राम फरसाटार के हिन्दू मुस्लिम दोनो समुदाय के लोगों ने मुशायरे का आनंद लिया और शायरों की हौसला अफजाई तालीयों से की संस्थान की प्रबंधक मीरा सिंह ने बहुत ही अच्छे शायर को बुलवाया जिसमे अरशद हिंदुस्तानी .सिंकु यादव अरशद खाँ घोसी .तारिक घोसी नज़रुल अदरी .सलमान घोसी इकरा नूर घोसी युसुफ खान बेलौली राशिद खान घोसी जिसकी नेजामत खैरूल बशर ने बड़े ही अच्छे अंदाज़ मे किया
अरशद हिंदुस्तानी ने जब ग़ज़ल पढ़ा .
हम ज़माने वालों को रास्ता दिखायेंगे .
राह मे मोहब्बत के हम दिये जलायेगे
जिस जगह गरीबो को भी मिलेगी मर्यादा
ऐ मेरे वतन वालों वो वतन बनाएंगे
वही सिंकु यादव ने ग़ज़ल पढ़ा
रहिये किसी भी हाल मे चर्चा न किजिये
खुड्को किसी के सामने रूसवा न किजिये
घर मे ज़रूर लाइये बेटी गरीब की
लेकिन कभी गरीब से सौदा न किजिये
सभी शायरों ने अपने 2अंदाज़ मे ग़ज़ल सुनायें.संस्थान की प्रबंधक ने उर्दू ज़बान की तारीफ करते हुवे कहा की उर्दू ज़बान वो ज़बान है की किसी संघ दील इंसान से उर्दू मे बात करी जाये तो मेरा दावा है कि उसका दील मोम बन जायेगा मुशायरा रात 9बजे से रात के 12-30 बजे तक ख़त्म हुवा