हर थानें को दिए गए बॉडी कैमरे, प्रत्येक कार्यवाही की होगी रिकार्डिंग एवं फोटोग्राफी
शबाब ख़ान
मिर्जापुर: एसपी आशीष तिवारी, मीरजापुर द्वारा जनपदीय पुलिस को तकनीकी रूप से दक्ष एवं निस्वार्थ, निष्पक्ष बनाये जाने के उद्देश्य से जनपद के सभी थाना प्रभारियों को बॉडी कैमरा प्रदान किया गया है तथा सभी को निर्देशित किया गया है कि किसी भी कार्यवाही में जाते समय बाडी कैमरा अवश्य ही साथ लेकर जायें, इससे उनकी स्वयं की बचत भी होगी और उन पर कोई किसी प्रकार का गलत तरीके से बेबुनियादी आरोप भी नहीं लगा पायेगा। पुलिस अधीक्षक द्वारा इन कैमरों की खूबियों को देखते हुये एवं इन्हें पुलिस की कार्यप्रणाली के अनुकूल पाये जाने पर ऐसे 34 बॉडी कैमरे क्रय कर जनपदीय पुलिस को उपलब्ध कराये गये हैं।
पुलिस के विशेष अभियानों/कार्यवाहियों में काम आने वाले इन कैमरों में कई लाजवाब खूबियाँ हैं, जो इनको पुलिस की कार्यप्रणाली के अनुकूल बनाती हैं। इन कैमरों में साफ सुथरी हाई डेफिनिशन वीडियों रिकार्डिंग के साथ ही काफी साफ एवं हाई क्वालिटी वाइस रिकार्डिंग सिस्टम में दिया गया है, जिससे किसी धरना-प्रदर्शन/विवाद/बलवा करने वालों की पहचान होने के साथ ही उनकी बात-चीत को भी साफ-साफ सुना जा सकेगा। ये कैमरे विशेष प्रकार की मैटेलिक बनावट के हैं व अपनी टेम्पर रेसिस्टेन्ट खूबी के कारण इनके गिर जाने अथवा किसी वस्तु से प्रहार होने के उपरान्त भी लगातार कार्य करते रहते हैं और इनको किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुँचता, साथ ही ये वाटर रेसिस्टेन्ट भी हैं और पानी पड़ने पर भी निरन्तर कार्य करते रहते हैं।
इन कैमरों में सबसे खास बात ये है कि ये कैमरे नाईट विजन खूबी से लैस हैं, जिसके कारण रात्रि के समय में भी इनसे काफी साफ वीडियो एवं फोटो ली जा सकती है। इन खूबियों के अतिरिक्त इनमें लांग ड्यूटी बैटरियाँ दी गयी हैं ताकि लंबे समय तक कार्य कर सकें। इनमें इंटरनल मेमोरी के अतिरिक्त मेमोरी स्लाट भी दिया गया है जिसमें कैमरे के साथ ही मिलने वाला मेमोरी कार्ड लगाकर रिकार्डिंग एवं फोटोग्राफी की जा सकती है। इनकी कार्यप्रणाली काफी सरल है कोई भी इन्हें आसानी से आपरेट कर सकता है। इनको इस प्रकार से हल्के वजन के साथ डिजाईन किया गया है कि बार-बार सम्भालने की जरूरत नहीं पड़ती है तथा एक बार अपने कपड़ों में स्थापित कर लेने के पश्चात आप निश्चिन्त होकर अपना कार्य कर सकते हैं। इनमें लगे क्लाथ होल्डर 360 डिग्री तक घूम सकते हैं।
वर्तमान समय में पुलिस का कार्य काफी चुनौतीपूर्ण एवं जोखिम से भरा है। पुलिस पर कई बार विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों द्वारा किसी घटना के सम्बन्ध में गलत तरीके से आरोप भी लगाया जाता है, जिससे बचने के लिए पुलिस उपाय खोजती फिरती है। साथ ही कई बार विभिन्न प्रकार के धरना-प्रदर्शन अथवा किसी अन्य प्रकार के आंदोलन के समय शरारती तत्वों द्वारा पुलिस पर हमला भी कर दिया जाता है, जिसके कारण पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्थिति सम्भालनें में मुश्किलें आती हैं तथा ऐसे हमलों में दोषियों के विरूद्ध पुलिस साक्ष्य भी एकत्र नहीं कर पाती है, जिसके कारण दोषियों को सजा दिलाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कई बार तो काफी मशक्कत करने के बाद भी पुलिस दोषियों को सजा दिला पाने में असफल हो जाती है।
इस प्रकार के हमलों में ये कैमरे पुलिस के सबसे बड़े सहायक के रूप में उभर रहे हैं, चाहे किसी राजनीतिक पार्टी अथवा सामाजिक संस्था का धरना-प्रदर्शन हो अथवा कोई आंदोलन, इन कैमरों को लगाकर पुलिसकर्मी बड़ी सहजता से कानून-व्यवस्था सम्बंधी कार्यों को कर सकते हैं। शासन द्वारा चलाये जाने वाले अभियानों में भी किसी राजनीतिक पार्टी का कोई सदस्य अथवा नेता किसी पुलिसकर्मी को अपने पद का भय दिखाकर अवैधानिक रूप से कोई कार्य करने के लिए बाध्य नहीं कर पायेगा। यदि ऐसा करता है तो उसके इस कृत्य की रिकार्डिंग कैमरे में कैद हो जायेगी और उसे सजा दिलाने में पुलिस को अलग से साक्ष्य एकत्र करने की जरूरत नहीं होगी।
पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि सभी पुलिसकर्मियों को निडर होकर अपने कार्यों एवं उत्तरदायित्वों के निर्वहन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही एसपी द्वारा पुलिस की छवि सुधारने एवं पुलिस को निष्पक्ष एवं निर्भीक होकर अपने दायित्वों के निर्वहन हेतु स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराये जाने हेतु हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है।