अंजनी राय
बलिया । घाघरा के बढते पानी के दबाव व टीएस बंधे के जर्जर स्थिति को देखते हुए टीएस बंधे के करीब दक्षिण के तरफ बसे गाँव के लोगो की धुक धुकी बढती जा रही है। लोगो का आशंका है कि अगर घाघरा इसी गति से बढती रही तो इस बार टीएस बंधे को बचाना मुश्किल हो जायेगा। टीएस बंधे को लेकर पहले की गलती कर चुकी सपा सरकार को क्या इस बार योगी की सरकार पुरा कर पायेगी या लोग राम भरोसे ही रहने पर ही मजबूर होगे।
टीएस बंधे की आज स्थिति ये है कि रेगहा चट्टी 50 से लेकर 64 बन्धे तक जगह जगह सरकण्डा (नरकट) रोड के दोनो तरफ लगे है, जिसके चलते कुछ दिखायी भी नही दे रहा है। शाहील, सियार वगैरह रोड के उस पार से इस पार तक माँद (सुरंग) बना दिये है। मामूली बरसात मे ही जहाँ तहाँ पानी उस तरफ से रोड के इस तरफ पानी रिसाव कर रहा है। लोगो का कहना है कि मामूली बरसात मे ये हाल है तो बाढ का पानी पूरे तेज गति से आयेगा तो टीएस बंधा को बचाना मुश्किल हो जायेगा। अगर टीएस बंधा टुट गया तो भारी तबाही से कोई नही बचा सकता है।
बाँसडीह विधान सभा क्षेत्र के सपा महासचिव लल्लन यादव (वैशाखी) का कहना है कि मैं इसके बारे मे कई बार सिचाई विभाग (बाढ प्रखण्ड) के अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन इसके तरफ किसी का ध्यान नही जा रहा है।