हर्मेश भाटिया/ ए.एस.खान
लखनऊ – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को साबुन और शैम्पू देने के लिए गुपचुप जमा हुए आठ लोगों को कैसरबाग पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये लोगों में रिटायर आईपीएस एसआर दारापुरी, रिटायर प्रोफेसर रमेश दीक्षित (एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष), कुलदीप कुमार, रामकुमार, डीके यादव, पीसी कुरील, केके वत्स और एक पत्रिका से जुड़े आशीष अवस्थी शामिल हैं।
ये लोग मीडिया संवाद करने के नाम पर प्रेस क्लब में इकट्ठा हुए थे। इसके अलावा बाहरी राज्यों से आ रहे 31 लोगों को लखनऊ में अलग-अलग स्थानों से पकड़ा गया है। इन सभी को देर शाम एसीएम तृतीय की कोर्ट से जमानत पर रिहा कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि आशीष ने ही प्रेस क्लब का हॉल ‘सहारनपुर/कुशीनगर हो या उना, जातिवाद से समझौता नहीं..’विषय पर संवाद के लिए बुक कराया था। जिसे यूपी प्रेस क्लब के सचिव जेपी तिवारी ने निरस्त कर दिया था। इनकी बुकिंग धनराशि भी लौट दी गई थी। सीओ कैसरबाग अवधेश कुमार पाण्डेय के मुताबिक बुकिंग रद्द होने के बाद भी ये सब लोग यहां जुटे। यहां पर नारेबाजी करते हुए ये सब लोग सीएम आवास की तरफ जाने की तैयारी कर रहे थे। इस पर पुलिस पहुंची तो ये लोग कहने लगे कि उनके पास अनुमति है। जब अनुमति पत्र मांगा गया तो ये लोग नहीं दिखा सके। इसके बाद ही इन्हें गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया।
सरकार के खिलाफ नारेबाजी
पुलिस ने जब इन लोगों को बस में बैठाया तो वहां कई समर्थक आ गये। पकड़े गये लोग बस के अंदर से केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इन सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया। यहां काफी देर तक इन्हें बैठाया गया। सीओ के मुताबिक इन सभी को एसीएम तृतीय की कोर्ट में पेश किया गया। इनके खिलाफ शांति भंग की आशंका के तहत कार्रवाई की गई थी। इन सभी को कोर्ट से जमानत दे दी गई।
23 अन्य लोग भी पकड़े गये
सीओ अवधेश कुमार ने बताया कि इन आठ लोगों के अलावा अलग अलग इलाकों से इनके 31 समर्थक भी गिरफ्तार किये गये थे। इन सबको भी जमानत दे दी गई। बौद्ध समिति के कई लोग रविवार को झांसी में पकड़े गये थे। ये लोग गुजरात से सीएम को साबुन और शैम्पू देने आ रहे थे। इस घटना का विरोध एसआर दारापुरी ने किया था और इस संवाद का आयोजन किया था।
एलआईयू की सूचना पर हुई कार्रवाई
एलआईयू ने पुलिस अफसरों को सोमवार सुबह सूचना दी थी कि ये लोग मुख्यमंत्री आवास पर जाने की तैयारी में है। इनके कई समर्थक चारबाग और आलमबाग में बस व ट्रेन से आ रहे हैं। इसके बाद ही लखनऊ पुलिस सतर्क हो गई थी।