फारूख हुसैन
लखीमपुर (खीरी)//एक ओर तो हमारी मोदी सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत लगातार देश को स्वच्छ बनाने की कोशिश कर रही है परंतु इसके बावजूद भी न जाने जिले में कितने क्षेत्र ऐसे हैं जो अभी भी इसमें सहयोग नहीं कर पा रहें हैं । ऐसा ही एक ताजा मामला हमारे लखीमपुर खीरी जिले के पलिया क्षेत्र में देखने को मिला है जहाँ पर कुछ मोहल्ले आज भी उनके घरों में शौचालय न होने की वजह से वह स्वच्छता अभियान में सहयोग नहीं कर पा रहें हैं।
आपको बता दें कि पलिया क्षेत्र के मोहल्ला टेहरा शहरी जहाँ पर मोदी सरकार द्वारा शौचायल बनवाने को दी जा रही रकम अभी भी नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते मोहल्ले वासियो को प्राप्त नही हो पा रही हैं जिसके कारण वह बहुत ही परेशानी में हैं और आज भी उन्हे शौच के लिए खेतों में जाना पड़ रहा है । और जब इसकी जानकारी लेने के लिए हमारे संवाददाता मौके पर पहुँचे तो पता चला कि लोगों ने अपने छोटे छोटे घरों में बड़े बड़े गण्ढे खुदवाये हुए है परंतु पालिका प्रशासन द्वारा अभी तक शौचालय की रकम न मिल पाने के कारण वह अभी वैसे के वैसे पड़े हुए है ।
मोहल्ले वासियो के द्वारा बताने पर यह भी पता चला कि पूरे मोहल्ले में केवल चार लोगों को शौचालय की रकम की पहली किस्त मिली है और किसी को भी नहीं और हमारे पास इतने रूप ये नहीं है कि वह शौचालय का निर्माण करवा सके और जब वह नगर पालिका जाकर अपनी इस बात की जानकारी देते हैं तो उन्हें बता दिया जाता है कि सभी लोगों की लिस्ट यहां से बैंक जा चुकी है परंतु जब वह बैंक जाकर पता करते हैं तो वहाँ उनको मना कर दिया जाता है । जिसके कारण मोहल्ले वासियों को पालिका प्रशासन की कार्य शैली के प्रति काफी रोष उत्पन्न हो गया है ।
मोहल्ले वासियों के द्वारा खुदवाये गये गण्डों को आप ताजा तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं और मोहल्ले के कुछ घर ऐसे हैं जहाँ पर ऐसी जगह गण्ढे खुदवाये गये हैं जिस जगह वह रात बिताते हैं और कभी भी वह और उनके बच्चे एक बड़े हादसे का शिकार बन सकते हैं परंतु इसके बावजूद भी पालिका प्रशासन की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है और वह मोदी सरकार द्वारा चलायी जा रही मुहिम का खुलेआम मखौल उड़ाने पर लगी हुई है ।
इस सम्बन्ध में अधिशासी अधिकारी ऐ के तिवारी ने हमसे बात करते हुवे कहाकि “नगर पालिका प्रशासन के द्वारा पूरी लिस्ट बैंको को भेजी जा चुकी है और अभी तक सात सौ तिरेषठ लोगों को शौचालय की रकम बैंक के द्वारा भेजी जा चुकी है यदि कुछ लोग रह गये हैं तो उसकी जांच कर उन्हें भी किस्त भिजवा दी जायेगी।”