संजय ठाकुर
मऊ। मधुबन तहसील मुख्यालय पर खेत की रजिस्ट्री कराने आये लोगों की बोलेरो जीप से शातिर उचक्कों ने बन्द शीशा तोड़कर दो लाख रुपये लेकर फरार हो गये। जबकि उसी में दूसरी जगह रखा पांच लाख रुपये सही सलामत पाया गया। उच्चको ने इस कार्य को दिनदहाड़े इतने शातिराना अंदाज में काम किया कि वही आसपास के लोंगो को इसकी भनक तक नही लगी।उच्चको के दिनदहाड़े इस दुस्साहसिक कार्य से सभी लोग हैरान थे और तरह तरह की चर्चा कर रहे थे।
बताया जाता है कि रसूलपुर निवासी अमरनाथ, सन्तविजय पुत्र रामकुंवर आदि जमीन का बैनामा कराने के लिये मधुबन तहसील पर आ रहे थे।इसके लिये उन्होंने घर में रखे पांच लाख रुपये अपनी बोलेरो में सुरक्षित जगह रख कर घर से वे लोग दो लाख रुपये लेने के लिए दोहरीघाट स्थित बैंक चले गए।वहां से इन लोंगो ने दो लाख रुपये बैंक से निकालकर ड्राइवर की पिछली सीट के पीछे एक झोले में रखकर डाल दिया।इसके बाद वह लगभग साढ़े तीन बजे मधुबन आकर बोलेरो को अस्पताल परिसर में खड़ा करके उसे लॉक कर अस्पताल से सटे तहसील में रजिस्ट्री कराने चले गए।रजिस्ट्री आदि का कार्य निपटाने के बाद जब वह गाड़ी के पास बैनामा करने वाले को पैसा देने के लिए आये तो उन्होंने अस्पताल में खड़ी गाड़ी के दूसरे दरवाजे के शीशा टूट देख उनके होश उड़ गए।देखा तो शीशा तोड़कर उचक्के ड्राइवर के पीछे थैले में रखा दो लाख रुपये लेकर फरार हो चुके थे। मामले की जानकारी होने पर आसपास के लोग जुट गये और यहां इस तरह की पहली घटना बताते हुए आश्चर्य चकित थे।फिलहाल पीड़ित लोंगो द्वारा इस सम्बंध में थाने में कोई तहरीर नही दी गई है।
समझा जाता है कि रुपये बैंक से निकालते समय से ही यह उच्चके गाड़ी के पीछे लग गए थे और मौका मिलते ही रुपये लेकर फरार हो गए।दिनदहाड़े इस घटना से लोग सकते में थे।