फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी/ निघासन/ निघासन ब्लॉक में दो साल से अधिक क्षेत्र पंचायत से कोई भी विकास कार्य नहीं कराया गया हैं।विभागीय लापरवाही के चलते विकास कार्यों को ग्रहण लग गया हैं।उधर ब्लॉक में बिना कार्य योजना के बनाए गये 121कार्यो में 32कार्यों का भुगतान ग्राम पंचायत से कराने का दबाव बनाकर प्रधान और सेक्रेटरी से हस्ताक्षर करा लिए गए हैं।बरसात में मिट्टी पटाई और तालाब खुदवाने की कार्य योजना बनवाना चर्चा का विषय बना हुआ हैं।
इस ब्लॉक में 2 साल पहले मजरों को जोड़ने वाले चकरोडो पर मिट्टी पिटाई की गई थी।उसके बाद विमाग से डिमाण्ड न भेजने के कारण कार्य योजना को मंजूरी नहीं मिल पा रही हैं।जिसके चलते गांव से मुख्य मार्ग जाने वाले मार्ग में मिट्टी बटाई और खडंजा ना लगने से लोग परेशान हैं। उधर नवनिर्वाचित बीडीसी सदस्य भी चकरोड आदि पटाने की मांग कर रहे हैं।लेकिन कार्य योजना बनाकर जिला मुख्यालय नहीं भेजी जा रही हैं।
जांच के कारण मनरेगा के कार्य नहीं करवाते हैं,अधिकारी:
यूपी में मनरेगा की जांच सीबीआई से होने के कारण ब्लॉक के अधिकारी क्षेत्र पंचायत से कार्य करवाने से कतरा रहे हैं।आरोप है कि मनरेगा का भुगतान मजदूरों के खाते में जाने के कारण भी लोग कार्य करने से कतराते हैं।
ग्राम पंचायत से मनरेगा के तहत कार्य मजदूरों को दिया जाता हैं रोजगार:
गांवों में विकास कार्य ग्राम पंचायत से करा कर दिया जाता हैं।ब्लॉक की बड़ी ग्राम पंचायतों में अधिक कार्यक्रम मजदूरों को रोजगार देकर उनका कोटा पूरा कर लिया जाता हैं।
भुगतान को लेकर बढ़ रही हैं,रार:
बिना कार्य योजना के हुए कार्यों के भुगतान के लिए ग्राम प्रधान और ब्लॉक प्रमुख में रार बढ़ती जा रही हैं। प्रधानों ने आरोप लगाया की पूर्व की सरकार में सत्तापक्ष के ब्लॉक प्रमुख होने के कारण कुछ परियोजनाओं पर हस्ताक्षर कर दिया हैं।लेकिन कई ग्राम प्रधान हस्ताक्षर करने से मना कर रहे हैं।जिसको लेकर टकराव की स्थिति बनी हुई हैं।
लोकसभा चुनाव में प्रधान करेंगे विरोध:
बिना कार्य योजना के भुगतान कराने के मामले को लेकर प्रधान लामबंद हो गए हैं।प्रधानों ने बताया कि इसका खामियाजा 2019 में सत्तापक्ष को भुगतना पड़ेगा।
फंस रही हैं प्रधानों की गर्दन:
प्रधानों का आरोप है कि 1 साल पहले ग्राम पंचायत से मिट्टी पटाई के कार्य कराए गए हैं।उन्हें कार्यों को एक साल पूरा होने से पहले करा दिया गया हैं। जिसको लेकर भुगतान कराने का दबाव बनाया जा रहा हैं।यह भुगतान हो गया तो प्रधानों की गर्दन फंस सकती हैं।
पूरे ब्लॉक में लगाए गए पंखे:
सूत्र बताते हैं कि मनरेगा के भुगतान कराने को लेकर पंचायत सेक्रेटरी से लेकर बीडीओ कार्यालय तक पंखे लगाए जाने की चर्चा जोरों पर हैं।
जाने किसने क्या कहा :-
इस सम्बन्ध में ब्लाक प्रमुख निघासन प्रेमपति दिवाकर ने कहा कि = क्षेत्र पंचायत से कार्य कराने की डिमांड बीडीओ से की गई हैं।5 सालों में क्षेत्र पंचायत से इतना कार्य कराया जाएगा जो बीते कई सालों में नहीं हो सका हैं।किसी पर भी भुगतान देने का दबाव नहीं बनाया जा रहा हैं।पंखे भुगतान के लिए नहीं लगाए गए हैं।
उस समय से लेकर अब तक क्षेत्र पंचायत से विधिवत कार्ययोजना नहीं बनाकर भेजी गयी थी।छ:समितियों से कार्ययोजनाओं को भेजा जायेगा तभी कार्य हो पायेगा।क्षेत्र पंचायत से कार्य कराने के लिए बीडीओ से कहा गया हैं।बिना कार्य योजना के कराए गए कार्यों का भुगतान नहीं कराया जाएगा।
अमित सिंह बंसल
सीडीओ. लखीमपुर।